RFOI Award 2025: UP के सफल किसान मनोहर सिंह चौहान को मिला RFOI अवार्ड, अजय मिश्र टेनी ने किया सम्मानित RFOI - First Runner-Up: सफल किसान लेखराम यादव को MFOI Awards 2025 में मिला RFOI-फर्स्ट रनर-अप अवार्ड, अजय मिश्र टेनी ने किया सम्मानित RFOI Award 2025: केरल के मैथ्यूकुट्टी टॉम को मिला RFOI Second Runner-Up Award, 18.62 करोड़ की सालाना आय से रचा इतिहास! Success Story: आलू की खेती में बढ़ी उपज और सुधरी मिट्टी, किसानों की पहली पसंद बना जायडेक्स का जैविक समाधान किसानों के लिए साकाटा सीड्स की उन्नत किस्में बनीं कमाई का नया पार्टनर, फसल हुई सुरक्षित और लाभ में भी हुआ इजाफा! Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 2 September, 2025 6:14 PM IST

माननीय उप मुख्यमंत्री-सह-कृषि मंत्री, बिहार विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि कृषि रोड मैप अंतर्गत लघु एवं सीमांत कृषकों को आधुनिक कृषि यंत्र उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार द्वारा फार्म मशीनरी बैंक (एफ॰एम॰बी॰) स्थापित किए जा रहे हैं. इन बैंकों के माध्यम से किसानों को समय पर खेती की सभी क्रियाओं का लाभ मिलेगा, जिससे कृषि उत्पादन और उत्पादकता में उल्लेखनीय वृद्धि सुनिश्चित होगी. उन्होंने कहा कि यह पहल छोटे किसानों को बड़े किसानों के समान तकनीकी सुविधाएँ उपलब्ध कराने की दिशा में ऐतिहासिक कदम है.

माननीय उप मुख्यमंत्री ने कहा कि फार्म मशीनरी बैंक की स्थापना हेतु 10 लाख रुपये तक की लागत से स्थानीय फसल चक्र के अनुसार ट्रैक्टर चालित या स्वचालित जुताई, बुआई/रोपनी, हार्वेस्टिंग एवं थ्रेसिंग की प्रत्येक क्रिया का कम-से-कम एक-एक यंत्र लेना अनिवार्य होगा. इस योजना के अंतर्गत 10 लाख रुपये की परियोजना लागत पर 80 प्रतिशत अधिकतम 8 लाख रुपये तक का अनुदान दिया जा रहा है, जिससे किसानों को आर्थिक बोझ कम होगा और कृषि कार्य सरल एवं सुलभ बनेंगे.

उन्होंने कहा कि इस योजना का लाभ जीविका समूह, ग्राम संगठन, क्लस्टर फेडरेशन, आत्मा से संबद्ध फार्मर इंटरेस्ट ग्रुप (एफ॰आई॰जी॰), नाबार्ड एवं राष्ट्रीयकृत बैंक से संबद्ध किसान क्लब, कृषक उत्पाद संगठन (एफ॰पी॰ओ॰), किसान उत्पादक कम्पनी (एफ॰पी॰सी॰), स्वयं सहायता समूह एवं पैक्स उठा सकते हैं. इससे सामूहिक स्तर पर आधुनिक कृषि उपकरणों की पहुँच सुनिश्चित होगी और ग्रामीण स्तर पर रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे.

सिन्हा ने कहा कि अब तक राज्य में कुल 569 फार्म मशीनरी बैंक की स्थापना की जा चुकी है, जबकि वर्तमान वित्तीय वर्ष 2025-26 में 38 अतिरिक्त फार्म मशीनरी बैंक स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने कहा कि इस योजना से न केवल खेती की लागत घटेगी, बल्कि उत्पादन एवं आय दोनों में बढ़ोतरी होगी. यह पहल बिहार के किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और कृषि क्षेत्र को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने में अहम भूमिका निभाएगी.

English Summary: Farm Machinery: Get a machine worth Rs 10 lakh in just Rs 2 lakh, know how?
Published on: 02 September 2025, 06:18 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now