नीति आयोग के सदस्य प्रो. रमेश चंद करेंगे कृषि जागरण के 'मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड्स' के दूसरे संस्करण की जूरी की अध्यक्षता Millets Varieties: बाजरे की इन टॉप 3 किस्मों से मिलती है अच्छी पैदावार, जानें नाम और अन्य विशेषताएं Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान! आम को लग गई है लू, तो अपनाएं ये उपाय, मिलेंगे बढ़िया ताजा आम एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Organic Fertilizer: खुद से ही तैयार करें गोबर से बनी जैविक खाद, कम समय में मिलेगा ज्यादा उत्पादन
Updated on: 16 May, 2019 5:42 PM IST

14 मई से अंतर्राष्ट्रीय समुद्री रक्षा प्रदर्शनी एशिया - 2019 (International Marine Defense Exhibition Asia -2019) सिंगापुर में शुरू हो गया है . इस कार्यक्रम में भारत के भी अधिकारी शिरकत करेंगे. भारतीय नौसेना (Indian Navy ) की दो युद्धपोत आईएनएस कोलकाता (INS Kolkata ) और आईएनएस शक्ति ( INS Shakti ) भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया है. वहीं क्षेत्रीय समुद्री अभ्यास करने के बाद 30 देशों के 23 युद्धपोत भी वहां मौजूद हैं. इसी बीच कार्यक्रम में भारत के रक्षा मंत्रालय ( Indian Ministry of Defense ) के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि 'भारत इस साल दक्षिण पूर्व एशियाई और खाड़ी देशों को तय हुए ऑर्डर के हिसाब से मिसाइलों की पहली खेप एक्सपोर्ट करेगा.'

अंतर्राष्ट्रीय समुद्री रक्षा प्रदर्शनी एशिया - 2019 के प्रदर्शनी में भाग ले रहे ब्रह्मोस एयरोस्पेस (BrahMos Aerospace) में HR के मुख्य महाप्रबंधक, कमोडोर एस के अय्यर(Commodore S K Iyer) ने कहा है कि पहला मिसाइल निर्यात होने के लिए तैयार है, सिर्फ सरकार की मंजूरी का इंतजार है. कई दक्षिण पूर्व एशियाई देश भारत में बनी मिसाइल को खरीदने के लिए तैयार हैं. दरअसल अय्यर ने मंगलवार को तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय समुद्री सम्मेलन में कहा कि, 'मिसाइल निर्यात, हमारा पहला निर्यात होगा और हमारी मिसाइलों के प्रति खाड़ी देशों में रुचि बढ़ रही है'. गौरतलब है कि भारत अपने रक्षा क्षेत्र के लिए दक्षिण पूर्व एशियाई और खाड़ी देशों को निर्यात में एक अच्छा अवसर देख रहा है.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय समुद्री रक्षा प्रदर्शनी एशिया - 2019 में भारत-रूस संयुक्त उद्यम ब्रह्मोस और रक्षा कंपनी एलएंडटी डिफेंस ऑफ लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड, दक्षिण पूर्व एशियाई बाजारों के लिए रक्षा उपकरणों की एक विस्तृत श्रृंखला का प्रदर्शनी कर रही है. इस रक्षा प्रदर्शनी में 236 से अधिक रक्षा कंपनियां हिस्सा ले रही हैं. इतना ही नहीं इसमें 10,500 से अधिक प्रतिनिधि और व्यापार दर्शक भी इस प्रदर्शनी में शिरकत कर रहे हैं.

English Summary: Exporting missiles going to India for the first time under 'Make In India'
Published on: 16 May 2019, 05:44 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now