भारत में पिछले कुछ दिनों से बढ़ती हुई महंगाई से हर कोई परेशान है. ऐसे में बीते मंगलवार को जारी हुए खुदरा महंगाई दर ( Retail Inflation Data) के आंकड़ा लोगों के लिए राहत की खबर साबित हो सकते हैं.
बता दें कि अप्रैल महीने में खुदरा महंगाई की दर 7.79 फीसदी पर पहुंच गयी थी, लेकिन अब घटकर 7.01 फीसदी पर आ गई है. महंगाई संबंध में जानकारों का कहना है कि बेहतर मानसून, कच्चे तेल के दामों में कमी और कमोडिटी के दामों में गिरावट के चलते आने वाले दिनों में महंगाई दर में और गिरावट देखने को मिल सकती है.
लोन लेने वालों को मिल सकती है राहत
बीते मंगलवार को खुदरा महंगाई दर के आंकड़े जारी होने के बाद हर प्रकार के लोन की ब्याज दरों में कमी की आशंका जताई जा रही है. पिछले महीने आरबीआई ने रेपो रेट में बढ़ोत्तरी की थी, उसके बाद लोन की ब्याज दरों में इज़ाफा होने की संभावना थी, लेकिन अब वह धूमिल होती नज़र आ रही है.
आरबीआई के अनुसार कम होगी महंगाई
आरबीआई के गर्वनर शक्तिकांत दास ने खुदरा महंगाई दर के आंकड़े जारी होने के बाद भरोसा जताया है कि अक्टूबर 2022 तक बढ़ती हुई महंगाई से राहत मिल सकती है. साथ ही उन्होंने यह ही संकेत दिए हैं कि खुदरा महंगाई दर में कमी आने के बाद आरबीआई को ‘मॉनिटरी पॉलिसी’ लाने की जरुरत नहीं पड़ेगी.
ये भी पढ़ें : CNG-PNG के दामों में हुई बढ़ोत्तरी, अब खाना पकाने से लेकर सड़क पर चलना हो जाएगा महंगा
अगस्त महीने में होगी मॉनिटरी पॉलिसी की बैठक
खुदरा महंगाई दर के कम होने के बाद महंगी ईएमआई से परेशान लोगों को राहत मिलने का फैसला अगस्त महीने में होने वाली मॉनिटरी पॉलिसी की बैठक के रास्ते से होकर निकलेगा. जिसमें आरबीआई साफ़ करेगी कि मॉनिटरी पॉलिसी को लाना है या नहीं.