केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी शनिवार को एकदिवसीय जम्मू के दौरे पर रहे. जम्मू एयरपोर्ट पहुंचने पर स्थानीय भाजपा पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों एवं कृषि मंत्रालय के अधिकारियों ने केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी का स्वागत एवं अभिनंदन किया. इसके लिए केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने सभी का आभार व्यक्त किया.
जम्मू प्रवास के दौरान केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने केंद्र सरकार एवं कृषि मंत्रालय से जुड़े विभिन्न कार्यक्रमों में सहभागिता की. सबसे पहले केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं तकनीकी विश्वविद्यालय जम्मू में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 10 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने के लिए रोजगार मेले के शुभारंभ कार्यक्रम में भाग लिया. इसके तहत प्रथम चरण में 75 हजार नवचयनित युवाओं को नियुक्ति पत्र का वितरण किया गया.
रोजगार मेले को संबोधित करते हुए केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि अभी रेलवे, गृह, डाक, वित्त, रक्षा, चिकित्सा, बैंक एवं शिक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार दिया जा रहा है. 77 हजार से ज्यादा स्टार्टअप्स एवं 18.60 लाख करोड़ से ज्यादा के मुद्रा लोन वितरित करना केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. इस कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह, स्थानीय सांसद जुगल किशोर शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री कवीन्द्र गुप्ता किसान मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष ओमी खजुरिया सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण उपस्थित रहे.
धरातल पर पहुंच रही है केंद्र की कृषि हितेषी योजनाएं
इसके बाद केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने जम्मू में महिला किसान समूह एफपीओ के द्वारा की जा रही उन्नत हल्दी की खेती को देखा. कैलाश चौधरी ने कहा कि मुझे यह जानकर अच्छा लगा कि कृषि क्षेत्र में महिलाओं के सशक्तिकरण से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए केंद्र सरकार द्वारा दिया जा रहा लाभ अब धरातल तक पहुंचने लगा है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार कृषि को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाओं- कार्यक्रमों के माध्यम से काम कर रही है, जिनसे कृषि क्षेत्र के हालात में बदलाव आ रहा है. साथ ही किसानों की आय भी बढ़ रही है. बीते 8 साल के दौरान देश में कृषि क्षेत्र में अभूतपूर्व काम हुआ है. कृषि को टिकाऊ बनाते हुए विद्यमान चुनौतियों का प्राथमिकता से समाधान किया जा रहा है.