देश में स्वास्थ्य सेवाओं और पोषक आहार में श्री अन्न के बढ़ते महत्व को लेकर, भारतीय उद्योग निगम (CII) और खाद्य और पोषण मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने दिल्ली के विज्ञान भवन में "EAT Right 2023" कार्यशाला का आयोजन किया. इस कार्यशाला में स्वास्थ एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव, सुधांशु पंत, और FSSAI के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जी.कमल वर्धन राव, और हर्बल लाइफ के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, अजय खन्ना, मुख्य अतिथि रहे.
इस अवसर पर FSSAI के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जी.कमल वर्धन राव ने बताया कि भारत में मधुमेह के मरीजों की गिनती में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है, और इस समस्या को रोकने के लिए स्वस्थ आहार को अपनाना महत्वपूर्ण है. उन्होंने इस दौरान "EAT Right 2023" आंदोलन की बात की, जिसका उद्देश्य शिक्षा संस्थानों में इसे लागू करना है.
श्री अन्न है डायबिटीज रोगियों के लिए कारगर
इस दौरान उन्होंने भारत के हर घर में श्री अन्न के इस्तेमाल पर जोर दिया, क्योंकि श्री अन्न की मदद से भारत में बढ़ रहे डायबिटीज की मरीजों की संख्या को कम किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि श्री अन्न को लगभग 62 फीसदी भारतीय अपने आहार के रूप में लेते हैं. जबकि 16 प्रतिशत श्री अन्न का इस्तेमाल पशुओं के चारे के रूप में किया जाता है. वहीं, 8 फीसदी अल्कोहल बनाने तथा 9 फीसदी FMCG के तहत किया जा रहा है. देश को डायबिटीज मुक्त करने में श्री अन्न का इस्तेमाल बड़ा कदम साबित होगा.
पौष्टिक होता है श्री अन्न
इस अवसर पर स्वास्थ एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव, सुधांशु पंत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा श्री अन्न के उद्घाटन के चरण को दोहराते हुए कहा कि उन्होंने मिलेट्स को "श्री अन्न" का नाम दिया है, जिससे श्री शब्द इसे शुभ बना देता है. उन्होंने कहा श्री अन्न भारत के लोगों के लिए सबसे शुभ भोजन है, स्वास्थ की दृष्टि से यह देश में पोषक और पोषण को दुरुस्त करता है. उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में इसे बढ़ावा देने की बात कही.
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श्री अन्न को भोजन में शामिल करने हेतु किया जा रहा जागरूक
इसके अलावा, उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने आयुष्मान योजना के तहत देश में लगभग 1 लाख 72 हजार हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर स्थापित किए हैं, जिनमें प्रत्येक केंद्र में 3 कुशल कर्मचारी काम कर रहे हैं, जो लोगों को "श्री अन्न" को दैनिक भोजन में शामिल करने के लिए जागरूक कर रहे हैं. इसके अतिरिक्त, 'आयुष्मान भारत' के अंतर्गत ही जन आरोग्य योजना के माध्यम से अब तक लगभग 60 करोड़ लोगों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ पहुंचाया गया है, जिनमें से 4 करोड़ लोग इलाज भी करवा चुके हैं.
उन्होंने बताया कि FSSAI और रक्षा मंत्रालय के मध्य एक MOU भी साइन किया गया है. अब भारत की विभिन्न आर्म्स फ़ोर्स के जवानों को "श्री अन्न" का भोजन प्रदान किया जाएगा. उन्होंने बताया कि EAT Right 2023 भारत के स्कूल व शिक्षण संस्थानों में जारी रहेगा. जिसकी आगामी रणनीति तैयार की जा रही है.