मध्य प्रदेश के नीमच जिले के 55 हजार किसानों को जिला सहकारी बैंक ने बड़ी राहत दी है. बता दें, कि पहले इस बैंक ने किसानों को कर्ज चुकाने की अंतिम तिथि 28 मार्च रखी थी. लेकिन लॉकडाउन की वजह से अब इसे बढ़ाकर 30 जून, 2020 कर दिया गया है. मतलब अब इन किसानों को कर्ज चुकाने के लिए और तीन महीने का समय दिया गया हैं.
बता दें, कि जिले में लगभग 70 हजार किसानों ने इन बैंकों से कर्ज लिया था जिसमें से केवल 15,000 किसान ही अपने कर्ज की अदाएगी कर पाए हैं.. जिले नीमच, जावद और मनासा ब्लॉक में जिला सहकारी और राष्ट्रीयकृत बैंकों की लगभग 68 ब्रांच चल रही है. हालांकि अभी की बात करें तो ये किसान अभी कर्जदार नहीं हैं. अगर बैंकों ने अपनी डेड लाइन न बढ़ाई होती तो मौजूदा समय में भी किसान कर्जदार होते.
लॉकडाउन में किसानों के डिफाल्टर होने का खतरा
बता दें, कि कृषि जागरण ने पहले ही खबरों के माध्यम से अवगत करा दिया था कि किसान इस समय मौसम की मार के कारण लेट बुवाई की मार झेल रहा है. इसके अलावा कल भी आखिर क्यों बढ़ रहा हैं लॉकडाउन में किसानों के डिफाल्टर होने का खतरा शीर्षक के माध्यम से किसानों के कर्ज की डेड लाइन बढ़ाने की अपील की थी. उक्त दिए शीर्षक के खबर में बताया गया है कि इस समाय किसान कैसे बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के साथ-साथ कोरोना वायरस की वजह से हुए लॉकडाउन से दोहरा मार झेल रहा है. इस समय बैंकों को उनके फसल कर्ज की डेड लाइन बढ़ानी चाहिए. इसके अलावा जिले के एक स्थानीय समाचार पत्र ने इस मुद्दे को 22 फरवरी के अपने अंक में प्रमुखता दी थी. कोरोना संक्रमण व अन्य कारणों के बीच मंदसौर विधायक यशपालसिंह सिसौदिया, नीमच विधायक दिलीप सिंह परिहार, माधव मारू, ओमप्रकाश सकलेचा ने भी सीएम शिवराजसिंह को इस समस्या के बारे अवगत कराया था. अब कोरोना के संक्रमण के चलते फसल ऋण अदायगी के संबंध में सर्कुलर जारी के कारण बैंक 30 जून तक किसानों को नोटिस जारी नहीं कर पाएंगे.