केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने मंगलवार को नई दिल्ली में स्टार्टअप स्टेयर्स द्वारा आयोजित ग्रोथ एक्सीलरेशन प्रोग्राम (विकास त्वरण कार्यक्रम) के तहत स्टार्टअप इन्वेस्टमेंट फेलिसिटेशन सेरेमनी (स्टार्टअप निवेश सम्मान समारोह) में भाग लिया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के डिजिटल इंडिया, स्किल इंडिया एवं स्टार्टअप इंडिया जैसी योजनाओं एवं कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी तथा विस्तार से चर्चा की.
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2015 में लाल किले की प्राचीर से स्टार्टअप इंडिया की शुरूआत की. 2014 में मोदी सरकार से पहले जहां देश में केवल 400 स्टार्टअप थे, वहीं आज केंद्र सरकार की इज ऑफ डूइंग बिजनेस नीति के कारण स्टार्टअप की संख्या बढ़कर 80,000 से ज्यादा हो चुकी हैं. उन्होंने कहा कि स्टार्टअप इकोसिस्टम के क्षेत्र में भारत का स्थान विश्व में तीसरा है और देश में 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न सक्रिय हैं. केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि देश में नवाचार और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री के अथक प्रयासों के साथ समानांतर रहते हुए हम सब कदम से कदम मिलाकर चलें तथा देश की प्रगति में सहभागी बने.
सरकार ने उद्यमिता के लिए पैदा किया बेहतर माहौल
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार देश में स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल इंडिया स्टार्टअप हब के लिए एक संस्थागत ढांचा स्थापित करने के लिए काम कर रही है. प्रधानमंत्री मोदी जिस नए भारत का निर्माण कर रहे हैं,
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उसमें युवा उद्यमियों के सफल होने का इससे बेहतर अवसर कोई नहीं हो सकता. 2014 से पहले उद्यमिता एक नियम या मानदंड के बजाय केवल एक अपवाद थी. परंतु मोदी सरकार की सक्रिय नीतियों के कारण युवा भारतीयों के लिए सफल होने का इससे अधिक उपयुक्त मौका कभी नहीं रहा. उन्होंने कहा कि नवाचार आगे बढ़ने का मंत्र है. नवाचार हमारे भविष्य को आगे बढ़ाने वाला है. हमारे स्टार्टअप और उद्यमी निश्चित रूप से भारतीय अर्थव्यवस्था को नई मजबूती प्रदान करेंगे.