Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 4 March, 2022 6:30 PM IST
Urea Deficiency

बिहार के मधेपुरा (Madhepura Of Bihar)  के किसानों को यूरिया की कमी होने की वजह से इन दिनों काफी परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है. जी हाँ बिहार जिले के मधेपुरा में किसानों ने इन दिनों अपने खेत में  गेर्हूँ एवं मक्के की फसल (Wheat And Maize Crops ) की बुवाई कर रखी है

लेकिन यूरिया खाद की कमी (Shortage Of Urea Fertilizer) होने की वजह से फसलें काफी प्रभावित हो रही हैं. इसके साथ ही किसानों को फसलों की चिंता भी सताने लगी है. किसान खाद बीज केन्द्रों पर जाकर खाद की खरीद ऊँचे दामों में (Fertilizer Purchase At High Prices ) कर रहे है.

खाद की कमी से किसानों को हो रही परेशानी (Farmers are Facing Problems due to Shortage of Fertilizers)

प्रखंड क्षेत्र में यूरिया की किल्लत से किसानों की खाद – बीज केंद्र की दुकानों पर भीड़ पे भीड़ जमा हो रही है. किसानों को फसलों के बर्बाद होने की चिंता की वजह से खाद बीज केन्द्रों पर सुबह से ही  लम्बी लाइन में  खड़ा होना पड़ रहा है. यूरिया की भरी किल्लत की वजह से कई गुस्साए किसानों ने  जिले में  हंगामा भी कर दिया है. हंगामे की सूचना पर जिले के अधिकारी ने इस बात की सूचना  दी कि राज्य में अब तक 40 बोरी यूरिया वितरण हो चुकी है.

इसे पढ़ें- खुशखबरी: किसानों को नहीं होगी खाद की कमी, जमकर करें खेती

किसानों का क्या है कहना (What The Farmers Have To Say)

बिहार के मधेपुरा के किसानों का कहना है कि हमारी परेशानियों को  राज्य सरकार नहीं देख रही है. हम सभी  को खाद की कमी होने की वजह से फसलों से नुकन झेलना पड़ रहा है. केंद्र पर भी खाद ऊँची कीमत में उपलब्ध हो रही है. पास के दुकानदार भी यूरिया देने से इंकार कर देते हैं. हम सभी ने जिले के विभाग में इस बात की शिकायत की, लेकिन हमारी कोई सुनवाई नहीं हुई.

English Summary: Due to shortage of urea, farmers are worried, maize and wheat crops are getting affected.
Published on: 04 March 2022, 05:45 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now