Papaya Farming: पपीते की खेती से होगी प्रति एकड़ 12 लाख रुपये तक कमाई! जानिए पूरी विधि सोलर पंप संयंत्र पर राज्य सरकार दे रही 60% अनुदान, जानिए योजना के लाभ और आवेदन प्रक्रिया केवल 80 से 85 दिनों में तैयार होने वाला Yodha Plus बाजरा हाइब्रिड: किसानों के लिए अधिक उत्पादन का भरोसेमंद विकल्प किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 18 April, 2025 11:53 AM IST
ICAR और DARE में डॉ. मांगी लाल जाट की नियुक्ति, कृषि क्षेत्र को मिलेगी नई दिशा

कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग (DARE) के सचिव और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के नए महानिदेशक के रूप में डॉ. मांगी लाल जाट की नियुक्ति को केंद्रीय मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति (Appointments Committee of the Cabinet) ने मंजूरी दे दी है. वे डॉ. हिमांशु पाठक का स्थान लेंगे, जिन्हें पिछले महीने इंटरनेशनल क्रॉप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर द सेमी-एरिड ट्रॉपिक्स (ICRISAT) का नया महानिदेशक नियुक्त किया गया था.

डॉ. जाट वर्तमान में हैदराबाद स्थित ICRISAT में ग्लोबल रिसर्च प्रोग्राम के निदेशक के रूप में कार्यरत थे. इसके साथ ही वे डिप्टी डायरेक्टर जनरल (रिसर्च) का अतिरिक्त प्रभार भी संभाल रहे थे. 54 वर्षीय डॉ. जाट कृषि अनुसंधान के क्षेत्र में अपने व्यापक अनुभव और योगदान के लिए जाने जाते हैं. उन्हें कृषि प्रणाली, जलवायु अनुकूलन और संसाधन प्रबंधन में 25 वर्षों से अधिक का अनुभव है.

डॉ. मांगी लाल जाट ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. वे CIMMYT (इंटरनेशनल मक्का और गेहूं सुधार केंद्र) और IRRI (इंटरनेशनल राइस रिसर्च इंस्टीट्यूट) जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से जुड़े रहे हैं. उनकी विशेषज्ञता के प्रमुख क्षेत्र जलवायु परिवर्तन, मिट्टी का स्वास्थ्य, जल और भूमि प्रबंधन तथा डिजिटल कृषि हैं. उन्होंने न केवल भारत में बल्कि दुनियाभर के किसानों और कृषि वैज्ञानिकों को मार्गदर्शन प्रदान किया है.

डॉ. जाट को उनके उत्कृष्ट शोध कार्यों के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है. इनमें भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) का प्रतिष्ठित ‘रफी अहमद किदवई पुरस्कार’ भी शामिल है. इसके अलावा वे ‘नेशनल एकेडमी ऑफ एग्रीकल्चरल साइंसेज’ (NAAS) के फेलो भी हैं.

कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (DoPT), भारत सरकार द्वारा जारी आदेश के अनुसार, डॉ. जाट की यह नियुक्ति तीन वर्षों की अवधि के लिए प्रभावी होगी, जो कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से लागू होगी या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो.

डॉ. जाट की यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब देश को कृषि क्षेत्र में नई चुनौतियों और अवसरों का सामना करना पड़ रहा है. विशेषज्ञों का मानना है कि उनके नेतृत्व में ICAR और DARE को नई दिशा मिलेगी और कृषि अनुसंधान को और मजबूती प्राप्त होगी.

डॉ. जाट की नियुक्ति से न केवल वैज्ञानिक समुदाय में उत्साह है, बल्कि इससे देश के किसानों को भी लाभ मिलने की उम्मीद जताई जा रही है. उनके अनुभव और दृष्टिकोण से भारतीय कृषि क्षेत्र को नवाचार, स्थायित्व और टिकाऊ विकास की ओर प्रेरणा मिलेगी.

English Summary: dr mangi lal jat appointed icar director general dare secretary
Published on: 18 April 2025, 12:02 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now