आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के कार्यवाहक डॉ. बिजेंद्र सिंह को पूर्णकालिक कुलपति बनाया गया है. ये विश्वविद्यालय का प्रभार देखने के अतिरिक्त उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक पद की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. डॉ. सिंह प्रख्यात सब्जी फसल अभिजनक है. उनकी नियुक्ति कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल ने तीन वर्ष के लिए की है.
प्रेरणास्त्रोत रहे डॉ. सिंह का सब्जी फसल अनुसंधान के श्रेत्र में महत्वपूर्ण योगदान रहा है. मूलरूप से उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद के निवासी डॉ. बिजेंद्र सिंह ने कृषि स्नातक से लेकर पी एच डी की शिक्षा काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान संस्थान से ग्रहण की है. बिजेंद्र सिंह का चयन कृषि वैज्ञानिक के पद पर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली में हुआ था. डॉ. सिंह ने अपने वैज्ञानिक जीवन में सब्जी की कुल 56 किस्में पर अनुसंधान कर विकसित की है. जिसमें से सबसे ज्यादा भिंडी की 15 प्रजातियां है जिसमें से भिंडी की 5 हाइब्रिड प्रजातियों के साथ देश के पहली बार लाल रंग की भिंडी का विकास किया है. जिसमें सामान्य भिंडी के अपेक्षा ज्यादा पोषक तत्व पाए जाते है. अपने सब्जी फसल विकास क्षेत्र में 7 मटर, 4 चिकनी तरोई, 4 लौकी, 4 मूली, 3 फूलगोभी, 2 बथुआ, 3 पोई, तथा टमाटर, गाजर मिर्च की दो दो, खीर, परवल, चौलाई, बैगन, कुम्हङ, पेठा, धारीदार तरोई की एक एक प्रजातीय शामिल है. आपके 217 से ज्यादा शोध पत्र, 11 पुस्तक, 43 तकनीकी बुलेटिन, 23 ट्रेनिंग बुलेटिन प्रकाशित हो चुके है. जो इनके द्वारा किये गये सराहनी कार्य कृषि जीवन में किसान भाइयों के प्रति लगाव एवं सम्पर्ण की भावना को दर्शाता है.
लेखक - सचि गुप्ता