Success Story: एवोकाडो की खेती से भोपाल का यह युवा किसान कमा रहा शानदार मुनाफा, सालाना आमदनी 1 करोड़ रुपये से अधिक! NSC की बड़ी पहल, किसान अब घर बैठे ऑनलाइन आर्डर कर किफायती कीमत पर खरीद सकते हैं बासमती धान के बीज बिना रसायनों के आम को पकाने का घरेलू उपाय, यहां जानें पूरा तरीका भीषण गर्मी और लू से पशुओं में हीट स्ट्रोक की समस्या, पशुपालन विभाग ने जारी की एडवाइजरी भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! आम की फसल पर फल मक्खी कीट के प्रकोप का बढ़ा खतरा, जानें बचाव करने का सबसे सही तरीका
Updated on: 17 September, 2021 7:27 PM IST
Indian Farmer

यह क्या हो रहा है? क्यों हो रहा है? कैसे हो रहा है? यह तो पता नहीं, लेकिन जो भी हो रहा है, वह बिल्कुल भी ठीक नहीं है, लिहाजा जरूरी है कि समय रहते इस पर विराम लगाने की दिशा में प्रयास किए जाए, अन्यथा आने वाले दिनों में गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं. फिलहाल तो इसके गंभीर परिणाम किसानों के कर्ज के रूप में सामने आ चुके हैं. बता दें कि अभी हाल ही में केंद्र सरकार की तरफ से एक आंकड़ा जारी किया गया है, जिसमें बताया गया है कि किसानों के कर्ज में वृद्धि की बात कही गई है. 

इस आंकड़े के मुताबिक, जहां एक तरफ किसानों की आय में महज 8 फीसद का इजाफा हुआ है, तो वहीं इसके विपरीत उनके कर्ज में 30  प्रतिशत का इजाफा हुआ है. अब ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि आखिर केंद्र सरकार आगामी 2022  तक कैसे किसानों की आय को दोगुना करने में कामयाब रहेगी. बहरहाल, इन आंकड़ों से तो एक बात तो साफ हो चुकी है कि अगर यह सिलसिला यूं ही चलता रहा, तो किसानों की आय में वृद्धि के बारे में सोचना किसी सपने से कम नहीं है. 

यह महज एक सपना बन कर ही रह जाएगा, जिसका खामियाजा हमारी सरकार को आगामी चुनावी मौसम देखने को मिलेगी. आइए, अब आगे जानते हैं कि आखिर कमी कहां रह गई है? जब केंद्र सरकार किसानों की आय को दोगुना करने की दिशा में पूरी कोशिश कर रही है, तो आखिर कमी कहां रह गई है कि सरकार इस दिशा में सफल नहीं हो पा रही है. आइए, विस्तार से जानते हैं.

सूचनाओं का अभाव

दरअसल, केंद्र सरकार किसानों की आय में इजाफा  करने हेतु तमाम तरह की योजनाएं संचालित कर रही है. जैसे, ‘किसान सम्मान निधि योजना’, किसान मानधन योजना, किसान क्रेडिट कार्ड योजना समेत कई योजनाएं किसानों के हित में चलाई जा रही है, लेकिन अफसोस सूचनाओं के अभाव में किसानों को सरकार द्वारा चलाई जा रही इन योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त नहीं हो पाती है और परिणामस्वरूप वे इसका लाभ प्राप्त नहीं कर पाते है.

ऐसे में अगर हम चाहते हैं कि सरकार द्वारा संचालित की जा रही इन योजनाओं के बारे में हमारे किसानों को जानकारी प्राप्त हो, तो हम उन सभी बाधाओं को दूर करने की दिशा में काम करना होगा, जिनकी वजह से हमारे किसान भाइयों को सरकार द्वारा संचालित की जा रही इन योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त नहीं हो पाती है. आइए, अब आपको जरा तफसील से उन आंकड़ों के बारे में विस्तार से बताएं चलते हैं, जो किसानों की बदहाली को बयां करने के लिए काफी हैं.

एक नजर इन सरकारी आंकड़ों पर

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, आंध्र प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु के किसानों पर सबसे ज्यादा कर्जा है. चौंकाने वाली बात तो यह है कि इन्हीं राज्यों के किसान सबसे ज्चादा अपने आपको आत्मनिर्भर व अधिक आय अर्जित करने वाले किसानों की  फेहरिस्त में शुमार करते हैं. अब ऐसे में सरकार द्वारा जारी किए गए ये आंकड़े किसानों के हित उपयोगी कदम उठाने पर बल देते हुए नजर आ रहे हैं. ये आंकड़े इस बात को बयां करने के लिए पर्याप्त हैं कि अभी सरकार को किसानों के हित में और कदम उठाने होंगे तभी जाकर किसानों की आय को दोगुनी हो पाएगी.

बहरहाल, वर्तमान में सरकार की कार्यशैली किसानों के जीवनस्तर को सुधारने में नाकाफी ही साबित हो रहे हैं. अब ऐसे में देखना यह होगा कि सरकार आने वाले दिनों में किसानों के हित में क्या कुछ कदम उठाने होंगे. वहीं, मीडिया से मुखातिब होते हुए कृषि सचिव ने कहा कि विगत कुछ वर्षों में जिस तरह से किसानों के कर्ज को माफ किया गया है, यह भी किसानों के कर्ज को बढ़ाने में एक बड़ा कारण उभरकर सामने आया है. अब ऐसे में सरकार आगे चलकर इस दिशा में क्या कुछ कदम उठाती है. यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन तब तक के लिए आप कृषि क्षेत्र से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए आप पढ़ते रहिए...कृषि जागरण.कॉम

English Summary: Debts of farmer increase see the data
Published on: 17 September 2021, 07:35 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now