यदि आपके पैसा भी इन 17 सहकारी बैंको में जमा हैं, तो आपके लिए यह खबर बेहद ही खास बन सकती है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की तरफ से कहा गया है कि वह जल्द ही देश के कुल 17 सहकारी बैंकों के पात्र ग्राहकों को भुगतान करेगा. आपको बता दें कि 17 बैंकों की बिगड़ती आर्थिक स्थिति को देखते हुए रिजर्व बैंक ने जुलाई 2022 से इन बैंकों के खातों से पैसे निकालने पर रोक लगा दी थी.
अब इस फैसले से डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (DIGC) जमाकर्ताओं को भुगतान करेगा. DICGC भारतीय रिजर्व बैंक का एक विशेष प्रभाग है. जो DIGC बैंक खाताधारकों को 5 लाख रुपये तक का बीमा प्रदान करता है. इन 17 बैंकों में से ज्यादातर महाराष्ट्र के सहकारी बैंक हैं.
DIGC स्कीम
आपको बता दें कि डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (DIGC ) बैंको की जमा राशि में 5 लाख रुपए तक का बीमा कवर उपलब्ध करवाती है. डीआईजीसी को ग्राहकों को आकर्शित करने व ग्राहकों को बैंकिग सिस्टम में भरोसा बरकरार रखने के लिए लागू किया गया था. ताकि वह पूरी सुरक्षा के साथ अपने पैसै को बैंकों में जमा करके रखें.
महाराष्ट्र के 8 बैंक शामिल
आपको बता दें कि 17 बैंकों की लिस्ट में महाराष्ट्र के सहकारी बैंक साईंबाबा जनता सहकारी बैंक, साहेबराव देशमुख सहकारी बैंक, रायगढ़ सहकारी बैंक, अंजनगांव सुरजी नगरी सहकारी बैंक, जयप्रकाश नारायण नगरी सहकारी बैंक, नासिक जिला गिरना सहकारी बैंक, सांगली सहकारी बैंक आदि शामिल हैं.
उत्तर प्रदेश के बैंक
डीआईजीसी (DICGC) के अनुसार, उत्तर प्रदेश स्थित लखनऊ अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक, नेशनल अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक (बहरीच), यूनाइटेड इंडिया कंपनी को-ऑपरेटिव बैंक (नगीना), और अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक (सीतापुर),के पात्र जमाकर्ताओं को भुगतान अक्टूबर में किया जाएगा
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कर्नाटक, दिल्ली और आंध्र प्रदेश के बैंक भी हैं शामिल
इस लिस्ट में राजधानी दिल्ली के रामगढ़िया को-ऑपरेटिव बैंक, सूरी में सूरी फ्रेंड्स यूनियन को-ऑपरेटिव बैंक, बीरभूम, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में दुर्गा को-ऑपरेटिव अर्बन बैंक शामिल हैं. वहीं, कर्नाटक श्री मल्लिकार्जुन पट्टाना सहकारी बैंक रेगुलर्या (मुस्की) और श्री शारदा महिला सहकारी बैंक (तुमकुर) भी इस सूची में शामिल हैं.