Kisan Credit Card: किसानों को अब KCC से मिलेगा 5 लाख रूपये तक का लोन, जानें कैसे उठाएं लाभ? Farmers News: किसानों की फसल आगलगी से नष्ट होने पर मिलेगी प्रति हेक्टेयर 17,000 रुपये की आर्थिक सहायता! Loan Scheme: युवाओं को बिना ब्याज मिल रहा 5 लाख रूपये तक का लोन, जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया Rooftop Farming Scheme: छत पर करें बागवानी, मिलेगा 75% तक अनुदान, जानें आवेदन प्रक्रिया भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ महिलाओं के लिए तंदुरुस्ती और ऊर्जा का खजाना, सर्दियों में करें इन 5 सब्जियों का सेवन ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक Wheat Farming: किसानों के लिए वरदान हैं गेहूं की ये दो किस्में, कम लागत में मिलेगी अधिक पैदावार
Updated on: 25 August, 2022 2:19 PM IST

पूरे विश्व में जैविक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है, ताकि लोगों को खाद्य पदार्थ की बेहतर गुणवत्ता मिल सके. वहीं भारत के कई राज्यों में जैविक खेती (Organic Farming) के लिए काफी हद तक सब्सिडी भी दी जा रही है. इसी संदर्भ में केंद्र सरकार की यह कोशिश चल रही है कि किसानों को जैविक उत्पादों पर 20 प्रतिशत अधिक एमएसपी मिल सके. 

अधिक दामों पर बिकेंगी फसलें 

राजस्थान प्रदेश के कृषि मंत्री लालचंद कटारिया (Agriculture Minister Lalchand Katariya) ने एक आयोजन को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार किसानों को जैविक उत्पादों पर एमएसपी से अधिक दाम दिलाने की अपील करेगी. उन्होंने आगे कहा कि अब यह समय आ गया है कि किसानों को अपनी कृषि भूमि पर नई टेक्नोलॉजी से काम करना शुरू करना चाहिए.     

जैविक खेती किसानों के लिए जरूरी क्यों

दरअसल, जैविक खेती पूर्णरूप से नेचुरल चीज़ों के बलबूते पर की जाती है जिसमें केमिकल खाद (Chemical Pesticide) का बिल्कुल प्रयोग नहीं किया जाता है. साथ ही, इस तरह की खेती में किसी भी तरह के कीटनाशकों (Insecticide) का उपयोग भी वर्जित है.  

जैविक खेती में कम्पोस्ट (Compost), गोबर की खाद (Cow Dung), गौमूत्र (Cow Urine), नीम (Neem) आदि जैसे चीज़ों का इस्तेमाल किया जाता है. नतीजतन, इससे भूमि की गुणवत्ता में सुधार होता है और उसकी उर्वरा क्षमता भी अधिक बढ़ जाती है, जिससे फसलों की अधिक पैदावार होती है. 

बढ़ेगी किसानों की आय

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राजस्थान में अधिकांश किसान अभी भी परंपरागत खेती (Traditional Farming) ही करते हैं, लेकिन राज्य सरकार चाहती है कि अब किसान जैविक खेती की ओर अपना कदम बढ़ाएं और अपनी आर्थिक स्थिति को भी सुधार सकें.  

किसानों ने जैविक खेती की कोशिशें कई जिलों में शुरू कर दी है, लेकिन इस तरह की खेती में परंपरागत खेती की तुलना में मेहनत बेहद अधिक लगती है. ऐसे में किसानों को यदि जैविक उत्पादों के दाम अधिक मिलेंगे, तो इसकी तरफ इनका आकर्षण भी तेज़ी से बढ़ सकेगा.

सरकार को भेजा जाएगा प्रस्ताव

यही वजह है कि राजस्थान के कृषि मंत्री ने किसानों को जैविक उत्पादों पर 20 प्रतिशत अधिक मूल्य दिलाने के लिए केंद्र सरकार के आगे गुहार लगाएंगे व इसकी अपील पेश करेंगे. 

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज्य कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि कृषि क्षेत्र में नया जमाना टेक्नोलॉजी का है. इसमें किसानों को श्रम भी काम लगता है और पैदावार भी अधिक मिलती है. 

English Summary: Crops will be sold at 20% more than MSP, now farmers will not have to protest..
Published on: 25 August 2022, 02:28 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now