पूरे विश्व में जैविक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है, ताकि लोगों को खाद्य पदार्थ की बेहतर गुणवत्ता मिल सके. वहीं भारत के कई राज्यों में जैविक खेती (Organic Farming) के लिए काफी हद तक सब्सिडी भी दी जा रही है. इसी संदर्भ में केंद्र सरकार की यह कोशिश चल रही है कि किसानों को जैविक उत्पादों पर 20 प्रतिशत अधिक एमएसपी मिल सके.
अधिक दामों पर बिकेंगी फसलें
राजस्थान प्रदेश के कृषि मंत्री लालचंद कटारिया (Agriculture Minister Lalchand Katariya) ने एक आयोजन को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार किसानों को जैविक उत्पादों पर एमएसपी से अधिक दाम दिलाने की अपील करेगी. उन्होंने आगे कहा कि अब यह समय आ गया है कि किसानों को अपनी कृषि भूमि पर नई टेक्नोलॉजी से काम करना शुरू करना चाहिए.
जैविक खेती किसानों के लिए जरूरी क्यों
दरअसल, जैविक खेती पूर्णरूप से नेचुरल चीज़ों के बलबूते पर की जाती है जिसमें केमिकल खाद (Chemical Pesticide) का बिल्कुल प्रयोग नहीं किया जाता है. साथ ही, इस तरह की खेती में किसी भी तरह के कीटनाशकों (Insecticide) का उपयोग भी वर्जित है.
जैविक खेती में कम्पोस्ट (Compost), गोबर की खाद (Cow Dung), गौमूत्र (Cow Urine), नीम (Neem) आदि जैसे चीज़ों का इस्तेमाल किया जाता है. नतीजतन, इससे भूमि की गुणवत्ता में सुधार होता है और उसकी उर्वरा क्षमता भी अधिक बढ़ जाती है, जिससे फसलों की अधिक पैदावार होती है.
बढ़ेगी किसानों की आय
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राजस्थान में अधिकांश किसान अभी भी परंपरागत खेती (Traditional Farming) ही करते हैं, लेकिन राज्य सरकार चाहती है कि अब किसान जैविक खेती की ओर अपना कदम बढ़ाएं और अपनी आर्थिक स्थिति को भी सुधार सकें.
किसानों ने जैविक खेती की कोशिशें कई जिलों में शुरू कर दी है, लेकिन इस तरह की खेती में परंपरागत खेती की तुलना में मेहनत बेहद अधिक लगती है. ऐसे में किसानों को यदि जैविक उत्पादों के दाम अधिक मिलेंगे, तो इसकी तरफ इनका आकर्षण भी तेज़ी से बढ़ सकेगा.
सरकार को भेजा जाएगा प्रस्ताव
यही वजह है कि राजस्थान के कृषि मंत्री ने किसानों को जैविक उत्पादों पर 20 प्रतिशत अधिक मूल्य दिलाने के लिए केंद्र सरकार के आगे गुहार लगाएंगे व इसकी अपील पेश करेंगे.
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज्य कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि कृषि क्षेत्र में नया जमाना टेक्नोलॉजी का है. इसमें किसानों को श्रम भी काम लगता है और पैदावार भी अधिक मिलती है.