जायटॉनिक टेक्नोलॉजी: क्यों है खेती का समग्र और स्थायी समाधान? सम्राट और सोनपरी नस्लें: बकरी पालक किसानों के लिए समृद्धि की नई राह गेंदा फूल की खेती से किसानों की बढ़ेगी आमदनी, मिलेगा प्रति हेक्टेयर 40,000 रुपये तक का अनुदान! किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 10 May, 2022 6:07 PM IST

इस वर्ष समय से पहले गर्मी पड़ने की वजह से यूपी, हरियाणा और पंजाब के किसान परेशान हैं. राजस्थान जैसे राज्य में तो हालात और भी खराब है. भीषण गर्मी और हीटवेव की वजह से किसानों की फसलें बर्बाद हो रही है.

रही सही कसर लू ने पूरी कर दी है जो लोगों को घर से बाहर ही नहीं निकलने दे रही. शोधकर्ताओं की मानें तो मार्च में गर्मी पड़ने से खेती के कुल उत्पादन में 5 से 6 प्रतिशत तक कमी देखी जा सकती है क्योंकि गर्मी की वजह से फसलों को ज्यादा पानी देना पड़ता है. अगर फसलों को सही से पानी नहीं मिले तो उत्पादन में कमी आ जाती है. इससे मंहगाई बढ़ेगी, किसानों और आम आदमी की मुसीबतें भी बढ़ेगी.

गेहूं पर मौसम की मार

भारत के आधे से ज्यादा राज्यों में पड़ रही भीषण गर्मी ने गेहूं की फसल को बुरी तरह से प्रभावित किया है. गर्मी समय से पहले पड़ने के कारण इस फसल की पैदावार पर बुरा प्रभाव पड़ा है. हीट वेव फसल को झुलसा रही है. 
देश के प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों में स्थिति विकट है. यूपी, हरियाणा और पंजाब में इसका ज्यादा असर देखने को मिला है. इसीलिए केंद्र सरकार ने भी गेहूं उत्पादन के लक्ष्य को 11.10 करोड़ टन से घटाकर 10.5 करोड़ टन कर दिया है.

मूंग और उड़द भी है बेहाल

गर्मी में उगाई जाने वाली फसलें जैसे मूंग और उड़द गर्मी की मार से नहीं बच पाई है क्योंकि तापमान ज्यादा होने से इन दालों की फलियां नहीं बन पाएंगी. हीटवेव का सब्जियों पर भी विपरीत प्रभाव पड़ सकता है. जायद फसलों के लिए अधिकतम तापमान 35 डिग्री होना चाहिए. आसमान से बरसती आग ने दलहन को झुलसा दिया है.

ये भी पढ़ें: खुशखबरी: इन राज्यों के किसानों को बिना ब्याज के मिलेगा लोन, पढ़ें पूरी खबर

तेज धूप से जल रही रही है हरी सब्जियां

तेज धूप ने हरी सब्जियों को झुलसा कर रख दिया है. मौसमी सब्जियों की पैदावार में कमी आई है और इसीलिए इनके भाव आसमान को छू रहे हैं. उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान ही नहीं शिमला, हिमाचल प्रदेश में भी पिछले करीब एक माह से जारी शुष्क मौसम और गर्मी की स्थिति ने मौसमी और बेमौसमी सब्जियों और रबी फसलों को नुकसान पहुंचाया है.

क्या कहते हैं मौसम वैज्ञानिक

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार देश के कुछ राज्यों में 13 मई से गर्मी से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है. राजस्थान के हलधरों को अभी और इंतज़ार करना होगा.

English Summary: Crops getting ruined due to scorching heat, waiting for relief
Published on: 10 May 2022, 06:12 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now