Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 3 February, 2024 5:50 PM IST
ओलावृष्टि से कई राज्यों में फसल बर्बाद

देश के कई राज्यों में किसानों के सामने एक बड़ी समस्या खड़ी हो गई है. काफी लंबे इंतजार के बाद आखिरकार उत्तर और मध्य भारत के हिस्सों में बारिश हुई. लेकिन, इस दौरान कई हिस्सों में ओलावृष्टि की भी खबर है. इससे गेहूं, सरसों, आलू, टमाटर समेत कई सब्जियों की फसल काफी नुकसान पहुंचा है. किसानों पर आफत बनकर बरसे इन बादलों ने किसानों की पूरे सीजन की मेहनत पर पानी फेर दिया है. ऐसे में किसानों ने सरकार से मुआवजा दिए जाने की मांग उठाई है.

गेहूं को सबसे ज्यादा नुकसान

उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में बीते दो दिनों से मौसम खराब हुआ है. कहीं, आसमान में बादल छाए हुए हैं, तो कहीं बारिश हो रही है. इसी बीच कई राज्यों में जमकर ओलावृष्टि हुई है. हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हिमाचल, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बंगाल समेत कई राज्यों में फसलों का फारी नुकसान हुआ है. ओलावृष्टि का सबसे ज्यादा असर गेहूं की फसल पर पड़ा हैं. क्योंकि, उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में इस समय गेहूं की फसल का सीजन चल रहा है.

किसानों ने उठाई मुआवजे की मांग 

किसानों का कहना है कि मौसम काफी समय से शुष्क था. हम लोग बारिश का लंबे समय से इंजतार कर रहे थे. लेकिन बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि ने सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया. इससे फसल को बहुत अधिक नुकसान हुआ है. ऐसे में सरकार को मुआवजा देना चाहिए. वहीं, किसान यूनियन का कहना है कि ओलावृष्टि से विभिन्न राज्यों में सरसों, आलू और गेहूं जैसी फसलों को भारी नुकसान हुआ है. ऐसे में सरकार सर्वेक्षण कर जल्द से जल्द प्रभावित किसानों को मुआवजा दे. वहीं, विशेषज्ञों की मानें तो इसका असर उत्पादन पर भी पड़ सकता है.

अभी और सताएगा मौसम

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के डेली बुलेटिन के मुताबिक, मौसम की बेरुखी से किसानों की परेशानी और बढ़ाने वाली है. पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर भारत के कई हिस्सों में 5 फरवरी तक मध्यम से भारी बारिश और ओलावृष्टि होने की संभावना है . IMD के अनुसार इस सिस्टम के कारण उत्तर-पश्चिमी राजस्थान और आसपास के इलाकों में चक्रवाती तूफान पैदा हो गया है. जिस वजह से हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के इलाकों में बर्फबारी होने का अनुमान है. 3 फरवरी से शुरू होने वाले पश्चिमी विक्षोभ द्वारा उत्तर पश्चिम भारत को प्रभावित करने की भविष्यवाणी की गई है. जिससे जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी होगी. मौसम विभाग ने उत्तर भारत के कई राज्यों में ओलावृष्टि का अलर्ट भी जारी किया है. IMD के अनुसार, पंजाब, हरियाणा, पश्चिम उत्तर प्रदेश और पश्चिम राजस्थान के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि की संभावना है.

English Summary: Crops damaged in many states due to hailstorm farmers raise demand for compensation unseasonal rain damaged wheat crop
Published on: 03 February 2024, 05:52 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now