नीति आयोग के सदस्य प्रो. रमेश चंद करेंगे कृषि जागरण के 'मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड्स' के दूसरे संस्करण की जूरी की अध्यक्षता Millets Varieties: बाजरे की इन टॉप 3 किस्मों से मिलती है अच्छी पैदावार, जानें नाम और अन्य विशेषताएं Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान! आम को लग गई है लू, तो अपनाएं ये उपाय, मिलेंगे बढ़िया ताजा आम एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Organic Fertilizer: खुद से ही तैयार करें गोबर से बनी जैविक खाद, कम समय में मिलेगा ज्यादा उत्पादन
Updated on: 3 June, 2020 1:21 PM IST

लॉकडाउन की मार झेल रहे असम के किसानों पर भारी बरसात आफत बनकर टूटा है. बीते कुछ दिनों से लगातार हो रही बरसात ने फसलों को पूरी तरह से तबाह कर दिया है. सबसे अधिक नुकसान दक्षिणी असम के खेतों एवं बागों को हुआ है. इसी तरह कछार एवं उसके आस-पास के जिलों में हजारों हेक्टेयर फसलों को नुकसान हुआ है.

348 से अधिक गांव जलमग्न

गौरतलब है कि असम के कई क्षेत्र पहले से ही बड़े पैमाने पर बाढ़ से जूझ रहे हैं. प्राप्त जानकारी के मुताबिक गोलपारा, नागांव एवं होजाई के आस-पास के क्षेत्रों में 348 से अधिक गांव जलमग्न हो गए हैं.

मक्के की फसल को अधिक नुकसान

सबसे अधिक नुकसान आलू, टमाटर एवं मक्का किसानों को हुआ है. तेज आंधी के साथ मूसलाधार बारिश ने इन फसलों को तहस-नहस कर दिया है. किसानों के मुताबिक बारिश के कारण खेत खलिहानों पर तैयार फसलें खराब हो गए हैं. इसी तरह पशुपालकों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

27 हजार हेक्टेयर फसलें खराब

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक लगभग किसानों की 27,000 हेक्टेयर फसलें खराब हुई है. हालांकि, बारिश का कहर फिलहाल कुछ कम हुआ है और अभी 11 की जगह 3 जिले खतरे में हैं.

मुख्यमंत्री ने दिए मदद के निर्देश

भारी बारिश और भूस्खलन से हुए हादसों को देखते हुए असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने राहत एवं बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं. प्रभावित जिलों में अनुग्रह राशि देने का निर्देश दिया गया है. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण भी युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है.

ये खबर भी पढ़े:कपास की फसल को प्रमुख कीट और रोग से बचाने का तरीका, साथ में जानिए रासायनिक और जैविक खरपतवार नियंत्रण की जानकारी

English Summary: crops damaged in assam due to heavy rain know more about it disaster
Published on: 03 June 2020, 01:24 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now