किसानों को अकसर अपने क्षेत्र के हिसाब से एडवाइजरी की जरूरत होती है ताकि वो उसके अनुसार फसलों की देखभाल कर सकें. इसी के चलते कृषि जागरण महाराष्ट्र के किसानों के लिए एग्रोमेट की जारी की गयी एडवाइजरी लेकर आया है जिसमें आप अपने क्षेत्र के हिसाब से कृषि कार्य कर सकते हैं.
1- कोंकण मौसम विज्ञान सबडिवीज़न
एएमएफयू, दापोली (रत्नागिरी, रायगढ़, ठाणे जिले), डीएएमयू, पालघर (पालघर जिला) और एएमएफयू, मुलदे (सिंधुदुर्ग जिला)
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अगले 5 दिनों के दौरान हल्की बारिश को देखते हुए परिपक्व मूंगफली और आम की जितनी जल्दी हो सके कटाई की जानी चाहिए.
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फिर कटी हुई उपज को सुरक्षित स्थान पर रखें.
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वहीं सिंधुदुर्ग जिले में अगले 5 दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में वृद्धि को देखते हुए लगाए गए नए आम और काजू ग्राफ्ट की सिंचाई करें.
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खरीफ चावल, बाजरा और सब्जियों जैसे बैंगन, मिर्च और टमाटर की नर्सरी की बुवाई के लिए भूमि की तैयारी जारी रखें.
2- मध्य महाराष्ट्र मौसम विज्ञान सबडिवीज़न
AMFU, पुणे और जलगाँव जिले और DAMU, सोलापुर
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ग्रीष्मकालीन मूंगफली की कटाई जारी रखें फिर कटी हुई उपज को सुरक्षित स्थान पर रखें.
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बीज उपचार के लिए एज़ोटोबैक्टर 25 ग्राम या फॉस्फेट घुलनशील बैक्टीरिया 25 ग्राम दें.
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सिंचित कपास के 5 ग्राम प्रति किलो बीज ट्राइकोडर्मा की दर से खेत में सींच कर बुवाई करें.
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टमाटर में फल छेदक के नियंत्रण के लिए 25 प्रतिशत ईसी क्विनालफॉस 20 मि.ली. या नोवालुरॉन का 2-3 छिड़काव करें.
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इसके अलावा, 10% ईसी 15 मिली या क्लोरेंट्रिनिलिप्रोल 18.5 एससी 3 मिली प्रति 10 लीटर पानी 8-10 दिनों के अंतराल पर दें.
AMFU, राहुरी (अहमदनगर और धुले जिले) और DAMU, नंदुरबार (नंदुरबार जिला)
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जुताई, हैरोइंग, भूमि समतलन और बांध बनाने जैसे प्रारंभिक जुताई कार्य करें.
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सोयाबीन, अरहर और मूंगफली जैसी फसलों के लिए सिंचित कपास की बुवाई के लिए भूमि की तैयारी जारी रखें.
AMFU, कोल्हापुर (कोल्हापुर, सांगली, सतारा जिले)
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परती भूमि में धान नर्सरी बेड और खरीफ सोयाबीन के लिए भूमि तैयार कर लें.
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परिपक्व चावल और मूंगफली की कटाई शुरू करें.
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बादल छाए रहने और उच्च सापेक्ष आर्द्रता के कारण मिर्च में ख़स्ता फफूंदी लगने की संभावना है. इसके नियंत्रण के लिए 10 लीटर पानी में टेबुकोनाज़ोल 10 मिली या कैप्टन + हेक्साकोनाज़ोल 10 मिली का छिड़काव करें.
AMFU, परभणी (परभणी, जालना, हिंगोली, बीड, लातूर और नांदेड़ जिले), DAMU औरंगाबाद (औरंगाबाद जिला) और DAMU उस्मानाबाद (उस्मानाबाद जिला)
गर्मियों में पकने वाली सब्जियों, तरबूज और खरबूजे की कटाई करें. कटी हुई उपज को सुरक्षित स्थान पर रखें. समय पर काटे अंगूर की बेलों में आवश्यकतानुसार सिंचाई प्रबंधन किया जाना चाहिए. वहीं बैंगन में फल और प्ररोह बेधक के प्रबंधन के लिए 5% एनएसकेई या क्लोरेंट्रानिलिप्रोल 18.5% एससी 4 मिली या क्लोरोपाइरीफॉस 20% ईसी 20 मिली या एमेमेक्टाइन बेंजोएट 5% एसजी 4 ग्राम या फेनप्रोपेथ्रिन 30% ईसी 5 मिली या स्पिनोसैड 45 का छिड़काव करें.
3- विदर्भ मौसम विज्ञान सबडिवीज़न
AMFU, अकोला (अकोला, अमरावती, यवतमाल और वर्धा जिले), DAMU वाशिम (वाशिम जिला), और DAMU बुलढाणा (बुलढाणा जिला)
माध्यम बारिश को देखते हुए, मूंगफली, तिल और सूरजमुखी जैसी परिपक्व गर्मियों की फसलों की कटाई करें और कटी हुई उपज को सुरक्षित स्थान पर रखें. मिर्च, टमाटर और बैगन जैसी सब्जियों की नर्सरी में बुवाई जारी रखें. गर्मी के कारण फलों के गिरने को नियंत्रित करने के लिए मैंडरिन ऑरेंज/स्वीट ऑरेंज/एसिड लाइम में जिबरलिक एसिड 1.5 ग्राम + यूरिया 1 किग्रा + 100 लीटर पानी में वर्तमान बारिश के बाद स्प्रे करें.
AMFU, शिंदेवाही (चंद्रपुर और गोंदिया जिले), DAMU नागपुर (नागपुर जिला), DAMU भंडारा (भंडारा जिला) और DAMU गढ़चिरौली (गढ़चिरौली जिला)
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अलग-अलग स्थानों पर बिजली और तेज हवाओं (30-40 किमी प्रति घंटे की गति) के साथ आंधी के मद्देनजर जहां किसानों को सलाह दी जाती है कि मूंगफली, तिल, हरे चने और चावल जैसी परिपक्व गर्मियों की फसलों की कटाई और थ्रेसिंग जल्द से जल्द करें और उपज को सुरक्षित स्थानों पर स्टोर करें.
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परती भूमि में धान की नर्सरी क्यारी, खरीफ सोयाबीन और कपास के लिए भूमि तैयार कर लें.
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पके आम के फलों की कटाई सुबह या शाम के समय करें.
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स्पंजी ऊतक रोग और गर्मी से बचने के लिए कटे हुए फलों को छाया में रखें.
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प्रचलित मौसम के कारण मिर्च में रस चूसने वाले कीट के नियंत्रण के लिए 5% नीम सन्दूक या इमिडाक्लोप्रिड 17.8 SL, 5 मिली प्रति 10 लीटर पानी का छिड़काव करें.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि महाराष्ट्र के लिए एग्रोमेट की ये एडवाइजरी 24 मई 2022 से 27 मई 2022 तक के लिए जारी की गई है. आपको ये जानकारी किसी लगी हमे कमेंट कर जरूर बताएं.