Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 3 June, 2022 5:37 PM IST
Crop advisory for Haryana Farmers

हरियाणा के किसानों के लिए भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी की है. प्रदेशभर में फिलहाल के मौसम को देखते हुए मौसम विभाग ने किसानों के लिए एग्रो मेट एडवाइजरी जारी करते हुए कई जरूरी सलाह भी दी है.

General Agromet Advisory जारी करते हुए मौसम विभाग ने कहा है कि फिलहाल चल रहे परिवर्तनशील और शुष्क मौसम की संभावना के कारण किसान अपनी फसलों में आवश्यकता के अनुसार सिंचाई, उर्वरक और कीटनाशकों का प्रयोग कर सकते हैं.

फसल परामर्श और पौध संरक्षण (Crop Advisories and Plant Protection)

कपास(Cotton)

इस एडवाइजरी के मुताबिक, किसानों को कपास फसल की बुवाई को पूरी करने की सलाह दी है.

बुवाई के दो से तीन सप्ताह के बाद किसानों को सलाह दी जाती है कि पौधों की पंक्तियों में अनुशंसित दूरी (recommended space) को ध्यान में रखते हुए सभी अनावश्यक रोगग्रस्त/कीट प्रभावित और कमजोर पौधों को हटा दें.

हरा चना(Green Gram)

किसानों को सलाह दी जाती है कि वे हरे चने की फसल में बुवाई के 20-25 दिनों के बाद आवश्यक सिंचाई करें और उसके बाद 10-15 दिनों के अंतराल पर इसे दोहराएं.

उन्हें यह भी सलाह दी गई है कि पहली निराई-गुड़ाई, बुवाई के 20-25 दिनों के बाद और दूसरी बुवाई के 30-35 दिनों के बाद करें.

बागवानी विशिष्ट सलाह (Horticulture Specific Advisory)

मिर्च (Chilli)

इस मौसम में किसान मिर्च की फसल की नर्सरी लगा सकते हैं.

नर्सरी उगाने का उपयुक्त समय मई से जून है और 30-35 दिनों के बाद यह रोपाई के लिए तैयार हो जाती है.

ये भी पढ़ें:MP Crop Advisory: किसान ध्‍यान दें, फसलों को लेकर मौसम विभाग ने जारी की जरूरी एडवाइजरी

लाइव स्टॉक विशिष्ट सलाह (Live Stock Specific Advisory)

भैंस (Buffalo)

पशुओं को पर्याप्त मात्रा में चारा और ताजा पीने का पानी पिलाना चाहिए.

यदि पशुओं को पैर, मुंह की बीमारी और ब्लैक क्वाटर रोग के खिलाफ टीका नहीं लगाया गया है, तो जल्दी से इसे लगवा दें.

गाय(Cow)

डेयरी उत्पादकों को सलाह दी जाती है कि वे दुग्ध उत्पादन और डेयरी पशुओं के शरीर की गर्मी को बनाए रखने के लिए पशुओं को पर्याप्त मात्रा में चारा खिलाएं.

शरीर के तापमान को बनाए रखने के लिए दुधारू पशुओं को तेल की खली और गुड़ का मिश्रण खिलाना चाहिए. पशुओं को पर्याप्त संतुलित चारा और पीने के लिए ताजा पानी दिया जाना चाहिए. किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपने पशुओं को छाया में रखें.

मच्छरों, मक्खियों आदि की जनसंख्या में वृद्धि हो रही है, उनके कारण होने वाली बीमारियों के प्रसार को रोकने के लिए उचित देखभाल की आवश्यकता है.

यदि पशुओं को अभी तक एफएमडी (FMD),ब्लैक क्वार्टर (Black Quarter), एंटरोटॉक्सिमिया (Enterotoxaemia) का टीका नहीं लगाया गया है, तो इसे अभी ही करवा लें.

English Summary: Crop advisory for Haryana Farmers
Published on: 03 June 2022, 05:46 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now