Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 27 September, 2021 12:02 PM IST
Cow Rearing

किसान अक्सर शिकायत करते हैं कि उनके पशु बेहद कम दूध देते हैं. इस वजह से उनका मुनाफा एकदम से गिर जाता है. विशेषज्ञों का कहना है पशुओं को सही चारा ना देने और उचित देखभाल ना करने की वजह से कम दूध  जैसी समस्याएं आती हैं. ऐसे में पशु विभाग ने किसानों को लोबिया चारे की खेती करने की सलाह दे रही है. क्योंकि लोबिया गायों के लिए काफी फायदेमंद है.

कृषि जागरण ने लांच किया ‘फॉर्मर द जर्नलिस्ट’

कृषि जागरण और agriculture world  के founder & editor-in-chief MC Dominic  हमेशा से देश में कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए नए-नए initiative लेते रहते हैं इससे पहले वह किसानों के लिए farmer first  प्रोग्रम लेकर आए, तो वहीं इसके बाद farmer the brand प्रोग्राम लेकर आए जहां किसान अपने brand को promote कर सकें. इसके साथ ही MC Dominic अब ‘फॉर्मर द जर्नलिस्ट’ और   Rural India  journalist  प्रोग्राम लेकर आए हैं जिसे बीते दिन लांच किया गया. जिसमें Federation of All India Farmer Associations (FAIFA) के president, Jaware Gowda ने क्या कुछ कहा आइए जानते हैं.......

तो वहीं इस कार्यक्रम में federation of seed industry of india and alliance for agri innovation के executive director, dr. shivendra bajaj भी मौजूद रहे.

किसानों ने किया 27 सितंबर को भारत बंद का ऐलान

एक साल पुराना होने जा रहा किसान आंदोलन अभी भी पूरी ताकत के साथ जारी है. किसानों ने केंद्र सरकार को घेरने के लिए 27 सितंबर को भारत बंद का ऐलान कर दिया है. अब एक बार के लिए कुछ राजनीतिक पार्टियां जरूर इस बंद का समर्थन कर रही हैं, लेकिन अब माओवादियों ने भी किसानों का खुलकर समर्थन करना शुरु कर दिया है. 

इस पौधे की मदद से साइक्लोन की घटनाएं होंगी कम

आंध्र प्रदेश के तीन गांवों में केंद्र सरकार की तरफ से मैंग्रोव के पौधों को लगाने की प्रकिया तेज कर दी गई है. वैज्ञानिकों के अनुसार ये पौधे खारे पानी वाली जगह पर लगाए जाते हैं. इससे साइक्लोन की घटनाओं में कमी तो आती ही है. साथ ही यह जमीन को पानी के कटाव से बचाने में भी सफल रहते हैं. दूसरी तरफ वायुमंडल में मौजूद कॉर्बन डाई ऑक्साइड जैसे हानिकारक गैसों को कम करने में भी यह काफी हद तक सहायक है.

प्याज भंडारण कक्ष पर मिलेगा 50% तक अनुदान

देश में अनाज का भंडारण हमेशा से एक  गंभीर समस्या रहा है. भविष्य में इस स्थिति से निपटने के लिए हरियाणा सरकार की तरफ से प्याज भंडारण कक्ष और शून्य ऊर्जा कूल चैंबर पर 50% तक अनुदान देने का फैसला किया गया है. इसके लिए किसान, खुशहाल बागवानी पोर्टल http://hortharyanaschemes.in पर 30 सितंबर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. साथ ही आवेदक को मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर अपने खेत और फसल का भी पंजीकरण करवाना आवश्यक है

बाहरी राज्यों में नहीं भटकेंगे हिमाचल के किसान

प्रदेश के 5 जिलों सिरमौर, सोलन, शिमला, बिलासपुर और किन्नौर के किसानों को परवाणू की फूल मंडी में फूल बेचने की सुविधा उपलब्ध होगी. प्रदेश सरकार ने करीब 75 लाख की राशि से फूल मंडी विकसित की है. इस फूल मंडी में दस दुकानें और फूलों की नीलामी को ऑक्शन यार्ड तैयार हो चुका है.

अकाली दल किसान नेताओं से 'टकराव' के मूड में

शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने अपनी पार्टी के चुनाव प्रचार अभियान ‘गल पंजाब दी’ पर कुछ दिनों के लिए रोक लगाते हुए किसान नेताओं पर टकराव का आरोप लगाया है. सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि कुछ किसान नेता नहीं चाहते हैं कि किसानों की समस्‍याओं का हल निकले. उन्‍होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल के कार्यक्रम में किसानों के एक समूह ने कथित तौर पर जबरन घुसने की कोशिश की. उन्‍होंने कहा कि ये सभी प्रदर्शनकारियों के वेश में गुंडे थे.

हरियाणा सरकार करेगी किसानों से बातचीत

केंद्र सरकार के तीन नये कृषि कानूनों को लेकर हरियाणा में सिंघू बॉर्डर पर नेशनल हाईवे 44 की नाकेबंदी के कारण लोगों को परेशानी हो रही है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हरियाणा सरकार ने किसानों से बातचीत के लिए बैठक बुलाई, लेकिन उन्‍होंने इसमें हिस्‍सा नहीं लिया. इसके बाद भी राज्‍य सरकार ने समस्‍या के समाधान के लिए एक समिति गठित की है, ताकि बैठकर कोई हल निकाला जा सके.

अरहर की जैविक खेती कर रही महिलाएं 

झारखंड में ग्रामीण क्षेत्र में काम करने वाली संस्था नें ग्रामीण महिलाओं को प्रशिक्षण देकर आजीविका कृषि मित्र बनाया है. 
जिनके गांव में होने से किसानों को खेती से जुड़े छोटे बड़े सवाल और सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जा रही है, 
इसके अलावा कृषक मित्र भी इस कार्य में मह्तवपूर्ण भागीदारी निभा रहे हैं.

English Summary: Cow will now give 6-7 liters of milk daily without supplementation
Published on: 27 September 2021, 12:07 PM IST

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