Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 26 March, 2020 10:11 AM IST

पृथ्वी का 71 फीसदी हिस्सा पानी से लबालब है. विज्ञान कहता है कि 1.6 प्रतिशत पानी जमीन के नीचे और बाकी का 0.001 प्रतिशत वाष्प और बादलों के रूप में है. लेकिन दुर्भाग्य यह है कि पृथ्वी की सतह पर पाया जाने वाला पानी नमकीन है, जिसे पिया नहीं जा सकता.

सिर्फ तीन फीसदी पानी ही पीने योग्य है. लेकिन इस तीन फीसदी में से भी 2.4 फीसदी पानी ग्लेशियर के रूप में है, जो उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव में जमा हुआ है. सरल शब्दों में समझें तो केवल 0.6 फीसदी पानी ही नदियों, झीलों और तालाबों के रूप में हमारे पास पीने योग्य है.

भारत पर जल संकट

हमारे देश का सामना बहुत जल्द अपने इतिहास के सबसे गंभीर जल संकट से होने वाला है. जिस तरह से पानी को बर्बाद किया जा रहा है, बहुत जल्दी ही देश में करीब 60 करोड़ लोगों की पहुंच से पानी दूर हो जाएगा. वर्तमान में ही करीब दो लाख लोग स्वच्छ पानी के अभाव में अपनी जान गंवा रहे हैं या बीमारियों से ग्रसित हो जा रहे हैं.

जल प्रबंधन से होगा समाधान
भारत में जल प्रबंधन का न होना एक बड़ी समस्या है. अधिकतर राज्यों में पानी का अच्छा स्रोत होने के बाद भी पानी की कमी है. सूखे की समस्या है. हालांकि इस समस्या को कुछ राज्यों ने समझा भी है और जिन राज्यों ने इस समस्या को समझा है, वो कृषि क्षेत्र में भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं.

सत्य तो यही है कि देश में पानी की कमी से अधिक बड़ी समस्या पानी का नियोजन ही है. राज्यों के बीच जल विवाद है, लेकिन वो आपसी सहमति और सहयोग से इसे सुलझा सकते हैं. पानी की बचत के साथ ही बेहतर जल प्रबंधन देश को आने वाले सबसे बड़े संकट से बचा सकता है. जल प्रबंधन के बिना कृषकों की आमदनी नहीं बढ़ सकती है.

English Summary: COVID-19 outbreak More hand washing can increase Indias water demand and water scarcity
Published on: 26 March 2020, 10:14 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now