भारत सरकार कृषि से जुड़े लोगों को किसान क्रेडिट के माध्यम से सस्ती दर पर ऋण उपलब्ध करवाती है. इस योजना से न केवल उत्पादों को बढ़ाने में मदद मिली है बल्कि कृषि उत्पादकता भी बढ़ती है.
किसानों की सुविधा बढ़ाने के लिए समय-समय पर किसान क्रेडिट कार्ड योजना में परिवर्तन किये जाते हैं.इस बार किसान क्रेडिट कार्ड को पशुपालन एवं मत्स्य पालन से भी जोड़ दिया गया है.
इस बदलाव के कारण अब किसान पशुपालन और मत्स्य पालन जैसे कार्यों के लिए आसानी से लोन ले सकते हैं. यह कार्ड वाणिज्यिक बैंकों, ग्रामीण बैंकों, लघु वित्त बैंकों और सहकारी समिति में बनता है.
अब किसान क्रेडिट कार्ड से किसान गौ पालन, बकरी पालन, सूकर पालन मुर्गी पालन, मत्स्य पालन, झिंगा पालन और अन्य जल जीवों संबंधी ऋण ले सकते हैं. ऋण पाने के लिए किसान के पास तालाब, पोखर, जलाशय, हैचरी व्यवसाय संबंधी गतिविधियों और स्वयं की जमीन या पट्टे पर ली गई जमीन के साथ आवश्यक लाईसेंस होना चाहिए.
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