किसानों के लिए खेती– बाड़ी और पशुपालन एक ऐसा व्यवसाय है जिससे किसानों की आमदनी में तेजी से इजाफा होता है. इसलिए आज के समय में पशुपालन तेजी से उभरता हुआ व्यवसाय बना हुआ है. वहीं, पशुपालन में बकरी पालन ऐसा व्यवसाय है, जिसमें किसानों को कम लागत में अच्छा मुनाफा प्राप्त होता है.
बकरी पालन में किसानों को बकरी के दूध से लेकर उसके मांस, और उनके रेशों तक से किसानों को अच्छा मुनाफा मिलता है, लेकिन इसके लिए जरुरी है बकरियों की सही नस्ल की जानकरी.
इसके लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, के तहत केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान (CIRG) ने एक ऐसा मोबाइल ऐप बनाया है जहां किसानों को बकरी पालन से जुड़ी, नस्लों, योजनाओं सहित पूरी जानकारी प्राप्त होगी. आइये जानते हैं बकरियों की अच्छी नस्ल के बारे में इसके साथ की ऐप की खासियत के बारे में-
बकरियों की उन्नत नस्ल (Improved Breed of Goats)
जमुनापारी बकरी (Jamunapari Goat)
बकरी की जमुनापारी नस्ल बकरियों की नस्लों में सबसे अच्छी नस्ल मानी जाती है. इस नस्ल में दूध और मांस दोनों उद्देश्यों की पूर्ति होती है. इस किस्म की बकरियां दिन में 2 – 2.5 लीटर दूध देती हैं.
बरबरी बकरी (Barbari Goat)
बकरी की यह नस्ल आमतौर पर एटा, आगरा, और अलीगढ जिले में पाई जाती है. यह नस्ल किसानों के लिए फायदेमंद साबित होती है. इस नस्ल की बकरियों को ज्यादा चराने की जरुरत नही होती है. इस नस्ल से किसानों को सालाना 10 हजार की आमदनी प्राप्त होती है.
बकरी की यह नस्ल पंजाब और हरियाणा राज्यों में पाई जाती है. बकरी की यह नस्ल अपनी रोमन नाक, लंबे लटकते हुए कान, तथा लंबी लंबी टांगों के लिए जानी जाती है जो इसे दूसरी नस्ल की बकरियों से अलग बनाती है. इस किस्म की बकरी का पालन मांस तथा दूध उत्पादन दोनों के लिए किया जाता है.
सिरोही बकरी (Sirohi Goat)
बकरी की यह नस्ल ज्यादातर राजस्थान के सिरोही, अजमेर, बांस बाड़ा, उदयपुर क्षेत्र में पाई जाती है. इस नस्ल की बकरी का पालन मांस और दूध उत्पादन दोनों के लिए ही किया जाता है. बता दें कि इन सभी नस्लों की सही जानकारी भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के तहत केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान (CIRG) द्वारा बनाए गए मोबाइल ऐप पर प्राप्त होगी.
बीटल बकरी (Betel Goat)
बकरी की यह नस्ल पंजाब और हरियाणा राज्यों में पाई जाती है. बकरी की यह नस्ल अपनी रोमन नाक, लंबे लटकते हुए कान, तथा लंबी लंबी टांगों के लिए जानी जाती है जो इसे दूसरी नस्ल की बकरियों से अलग बनाती है. इस किस्म की बकरी का पालन मांस तथा दूध उत्पादन दोनों के लिए किया जाता है.
ऐप को कहाँ से प्राप्त करें (Where To Get The App)
बकरी पालन (Goat Farming) ऐप को डाउनलोड करने के लिए आपको अपने स्मार्ट फोन में जाकर गूगल प्ले स्टोर पर जा कर डाउनलोड करना होगा. इस ऐप का नाम CIRG Goat Farming है जो हिंदी, इंग्लिश, तमिल और तेलुगू भाषाओं में उपलब्ध है. आप अपनी भाषा के अनुसार इस ऐप को खोल जानकरी प्राप्त कर सकते हैं.
ऐप में किस-किस की जानकारी प्राप्त होगी (Whose Information Will Be Found In The App)
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इस मोबइल ऐप में किसानों को भारतीय बकरी की नस्लों के बारे में काफी जानकारी दी गई है
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इसके साथ ही किसानों को बकरियों की सही किस्म का चुनाव एवं उनके रेशे और दूध के लिए कौन-सी अच्छी नस्ल चुनाव करें, इसकी सभी जानकारी दी जाएगी.
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इसके अलावा किसानों को बकरियों के लिए चारा उत्पादन के लिए कोन से कृषि यंत्रों का इस्तेमाल करना होगा इसके भी जानकारी प्राप्त होगी.
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इस ऐप में बकरियों के सही देखभाल कैसे करें, बकरियों का सही तरह से पोषण कैसे करें इसकी की भी जानकरी दी जाएगी.
बकरी पालन में कमाई (Goat Farming Income)
बकरी पालन (Goat farming) किसानों के लिए एक ऐसा व्यवसाय है, जिसमें किसानों की लागत कम लगती है और ज्यादा मुनाफा मिलता है. बकरी पालन में किसानों को बकरी के मांस से लेकर बकरी के दूध, रेशे बेंचकर कर किसानों को अच्छा मुनाफा प्राप्त होता है. यदि किसान बकरी पालन की शुरुआत छोटे स्तर से करते हैं, तो साल के अन्दर किसान भाई लाखों रूपए अर्जित कर सकते हैं.