Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 25 November, 2020 6:08 PM IST

चीनी सरकार को भारतीय फर्म से आई मछलियों में कोरोना होने का डर सता रहा है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक चीन के कस्टम कार्यालय ने दावा किया है कि भारत से आई कुछ मछलियों में चीन को कोरोना के नमूने मिले हैं, जिसके बाद अस्थायी रूप से इनके आयात पर रोक लगा दी गई है.

इस बारे में चीन के कस्टम कार्यालय ने अपने बयान में कहा कि भारत में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं, इस बीमारी के कुछ लक्षण वहां से आई मछलियों में भी देखने को मिल रहे हैं. जिसके बाद सावधानी बरतते हुए आयात पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी गई है.

चीन के दावे में कितनी सच्चाई, भारत पर क्या पड़ेगा असर?

कोरोना और लॉकडाउन के कारण इस साल वैसे भी भारतीय मछली उद्दोग घाटे में चल रहा है, ऐसे में चीन द्वारा आयात पर रोक लगने से मछली व्यापारियों को भारी नुकसान होगा. बता दें कि भारत हर साल लगभग 1 बिलियन सी फ़ूड चीन को एक्सपोर्ट करता है. लेकिन इस साल दोनों देशों के मध्य व्यापार नाम मात्र ही रह गया है.

निर्यात को लेकर सरकार आश्वस्त

कोरोना के कारण मछली व्यापार बूरी तरह लड़खड़ाया हुआ है, लेकिन केंद्रीय मत्स्य पालन सचिव राजीव रंजन का मानना है कि घबराने की बात नहीं है. राजीव रंजन की माने तो मछली पालन क्षेत्र में हम अगले पांच साल में कई देशों को पछाड़ते हुए 9 अरब डॉलर का निवेश कर सकते हैं. उनका मानना है कि इस क्षेत्र में बड़ी संभावनाएं है और आने वाले दिनों में इस क्षेत्र से लाखों लोगों को रोजगार मिल सकता है.

भारत को उकसाने वाला कदम

मार्केट के कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि चीन इस तरह की हरकत भारत को उकसाने के लिए कर रहा है. ध्यान रहे कि बीते कुछ महीनों में भारत सरकार ने एक के बाद एक कई चीनी मोबाइल ऐप्स को सुरक्षा के लिहाज से देश के लिए बड़ा खतरा मानते हुए उन्हें बंद किया है. इन ऐप्स को इलेक्ट्रॉनिक्स और IT मंत्रालय ने IT की धारा 69 A के तहत बंद करते हुए कहा है कि इनसे डाटा चोरी और जासूसी हो रही थी. जाहिर है भारत के इस कदम से चीन तीलमीलाया हुआ है.

English Summary: China bars seafood imports from India over COVID 19 know more about it
Published on: 25 November 2020, 06:12 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now