छत्तीसगढ़ में किसानों के लिए कोरोना के बीच कुछ राहत भरी खबर आयी है. छत्तीसगढ़ के 18 लाख से ज्यादा किसानों के लिए एक अच्छी खबर है. किसानों को राजीव गांधी की पुण्यतिथि यानी 21 मई को धान के अंतर की राशि मिलने लगेगी. किसानों को यह राशि राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत दी जाएगी और इसमें 350 रुपए की पहली किस्त सीधे किसानों के खाते में जाने लगेगी. इसके लिए राज्य के बजट में 51 सौ करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है. इस विषय पर बैठक के बाद मुहर लगने की संभावना है.
राज्य में इस साल खरीफ सीजन में किसानों से अच्छे दर पर धान की खरीद की गई है. राज्य में लगभग 18 लाख 34 हजार किसानों से 25 सौ रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य की दर से धान की खरीद की गई है. वहीं केंद्र सरकार के द्वारा कुछ नियमों के सख्ती के बाद राज्य सरकार ने किसानों को कॉमन धान का 1815 और ग्रेड-1 के लिए 1835 रुपये का भुगतान किया. इसके अनुसार किसानों को धान के अंतर की राशि दी जाएगी और यह राशि 665 रुपए औऱ 685 रुपए है.
वहीं अंतर राशि की दूसरी किस्त जुलाई-अगस्त माह में दिए जाने की संभावना है. वहीं लॉकडाउन 3.0 के 17 मई को खत्म होने बाद कैबिनेट में आगे प्रदेश में दी जाने वाली रियायतों के संबंध में भी चर्चा की जाएगी. इन सब के इत्तर सरकार राज्य के जिलों की सिमाएं खोलने के साथ-साथ सेवाओं को बहाल करने पर भी विचार कर रही है. आगे बैठक में किसानों को लेकर कई चर्चाएं भी की जाएगी जिसमें खाद-बीज की उपलब्धता, बेमौसम बारिश के कारण क्षति हुई फसलों की क्षतिपूर्ति पर भी चर्चा की जाएगी.
छत्तीसगढ़ में खेती की बात करें तो मौजूदा वर्ष में पूरे राज्य में लगभग 130 लाख मीट्रिक टन धान की पैदावार हुई है. इसमें एमएसपी पर धान खरीदारी की संख्या भी काफी ज्यादा है करीब 83 लाख 65 मीट्रिक टन धान की खरीदारी एमएसपी पर की गाई. इस साल राज्य के 19 लाख 62 हजार 739 किसानों ने धान खरीदने के लिए पंजीयन करवाया था. इसके साथ ही इस वर्ष धान की खेती करने वाले किसानों कि संख्या लगभग 3 लाख के आसपास बढ़ी है औऱ राज्य में धान की खेती का रकबा 3 लाख हेक्टेयर बढ़ा है.