Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 27 May, 2024 11:29 AM IST
केंद्र ने 2024-25 के लिए तय किया खाद्यान्न (फोटो साभार: Pintrest)

Wheat Procurement: भारत सरकार ने फसल वर्ष 2024-25 के लिए 340.40 मिलियन टन खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया है. खास बात यह है कि इसमें खरीफ सीजन से 159.97 मिलियन टन, रबी सीजन से 164 मिलियन टन और जायद सीजन से 16.43 मिलियन टन उपज शामिल है. मंत्रालय के अनुसार, चावल का कुल उत्पादन 136.30 मिलियन टन, गेहूं का 115 मिलियन टन, दालों का 29.90 मिलियन टन, तिलहन का 44.75 मिलियन टन और श्री अन्न सहित मोटे अनाज का उत्पादन 59.20 मिलियन टन निर्धारित किया गया है.

बिजनेस लाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, मक्का का उत्पादन लक्ष्य 38.85 मिलियन टन और जौ का 2.25 मिलियन टन निर्धारित किया गया है. इन दोनों फसलों में मोटे अनाज शामिल हैं. दूसरी ओर, ज्वार, बाजरा, रागी और अन्य बाजरा सहित श्री अन्ना उत्पादन का लक्ष्य 18.10 मिलियन टन है, जिसमें से प्रमुख 14.37 मिलियन टन खरीफ सीजन के लिए, जबकि 2.6 मिलियन टन रबी से और 1.13 मिलियन टन जायद सीजन के लिए लक्षित है. जबकि, कपास उत्पादन का लक्ष्य 35 मिलियन गांठें अनुमानित है.

कितना होगा दलहन का उत्पादन

इसी तरह दलहन में अरहर की फसल का लक्ष्य 4.50 मिलियन टन, उड़द का 3.05 मिलियन टन, मूंग का 4.25 मिलियन टन, चना का 13.65 मिलियन टन और मसूर का उत्पादन 1.65 मिलियन टन निर्धारित किया गया है. वहीं, सरकार ने खरीफ से 9.5 मिलियन टन और रबी से 18.15 मिलियन टन दालें खरीदने की योजना बनाई है. इसके अलावा खरीफ के दौरान 28.37 मिलियन टन तिलहन और रबी सीजन में 15.03 मिलियन टन और जायद से 1.35 मिलियन टन उत्पादन का लक्ष्य है. तिलहनों में, सरकार का लक्ष्य है कि सरसों (एक रबी फसल) का उत्पादन 13.8 मिलियन टन, मूंगफली का 10.65 मिलियन टन, सोयाबीन का 15.8 मिलियन टन होना चाहिए.

कपास उत्पादन का कितना है लक्ष्य

कपास उत्पादन का लक्ष्य 170 किलोग्राम की 35 मिलियन गांठें निर्धारित किया गया है, जबकि जूट और मेस्टा का उत्पादन 180 किलोग्राम की 10.50 मिलियन गांठें तय किया गया है. सरकार का लक्ष्य है कि गन्ने का उत्पादन 470 मिलियन टन होगा. खास बात यह है कि साल 2023-24 में चावल का वास्तविक उत्पादन 123.82 मिलियन टन था, जिसमें जैद सीजन का उत्पादन शामिल नहीं है, क्योंकि इसकी घोषणा अभी बाकी है.

ये भी पढ़ें: मोदी सरकार की 5 बेहतरीन योजनाएं, जो गरीबों के लिए किसी वरदान से कम नहीं

2.72 मिलियन टन मक्के उत्पादन का अनुमान

सरकार ने 2022-23 से जायद फसलों के उत्पादन को अलग से साझा करना शुरू किया और उस वर्ष गर्मी के मौसम में 10.24 मिलियन टन चावल का उत्पादन हुआ. गेहूं का उत्पादन, जो एक रबी फसल है, इस फसल वर्ष के लिए रिकॉर्ड 112.02 मिलियन टन होने का अनुमान है, जबकि मक्के का उत्पादन 32.47 मिलियन टन (ग्रीष्मकालीन फसल को छोड़कर) होने का अनुमान है. फसल वर्ष 2022-23 में गर्मी के मौसम में उगाए जाने वाले मक्के का उत्पादन 2.72 मिलियन टन था.

English Summary: Centre Government has set a target of 340 million tones of food grain production for the crop year 2024-25.
Published on: 27 May 2024, 11:31 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now