Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 9 December, 2023 1:02 PM IST
केंद्र सरकार ने प्याज के एक्सपोर्ट पर लगाई रोक.

Onion Export: देश में प्याज की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. सरकार ने प्याज के निर्यात पर रोक लगा दी है. यह पाबंदी तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है, जो 31 मार्च, 2024 तक जारी रहेगी. इस संबंध में विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने शुक्रवार को नोटिफिकेशन जारी कर कर इस बात का ऐलान किया है. वाणिज्य मंत्रालय के तहत आने वाले डीजीएफटी ने अधिसूचना में बताया है कि प्याज के निर्यात पर तत्काल प्रभाव से पाबंदी लगा दी गई है. ये पाबंदी 8 दिसंबर, 2023 से 31 मार्च, 2023 तक रहेगी.अधिसूचना के अनुसार, उन निर्यातकों पर इस पाबंदी का लागू नहीं होगा जिन्होंने अधिसूचना के जारी होने से पहले खेप निर्यात कस्टम विभाग को सौंप दी है.इन खेपों को 5 जनवरी, 2024 तक निर्यात किया जा सकेगा.इसके अलावा, यदि कोई देश प्याज की मांग करता है तो सरकार की मंजूरी के अनुसार उसका निर्यात किया जाएगा.

सरकार ने पहले उठाया था ये कदम

बता दें कि देश में लगातार बढ़ी रही प्याज की कीमतों पर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार ने ये फैसला लिया है. इससे पहले केंद्र सरकार ने बढ़ती कीमतों को कम करने के लिए प्याज के निर्यात पर 40 फीसदी शुल्क लगाया था. सरकार के इस फैसले के बाद प्याज का न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) 800 डॉलर प्रति टन कर दिया गया था. इससे, कुछ समय तक तो खुदरा मूल्यों पर असर दिखा, लेकिन फिर से मूल्यों में बढ़ोतरी होने लगी. यह इसलिए हुआ क्योंकि खरीफ में प्याज की उपज इस बार देर से बाजार में आई है और पिछली रबी सीजन की पुरानी फसल अब खत्म हो चुकी है. देश के प्रमुख प्याज उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में खरीफ प्याज की आवक 15 दिसंबर के बाद शुरू होगी. जिस वजह से प्याज की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. माना जा रहा है कि पहले से ही नुकसान झेल रहे प्याज किसानों को इस पाबंदी से और नुकसान होना तय है. क्योंकि, कुछ दिनों में प्याज की नई फसल अब बाजार में आना शुरू हो जाएगी.

सरकार का ये कदम किसानों के लिए हानिकारक 

शेतकरी संगठन के पूर्व अध्यक्ष और स्वतंत्र भारत पार्टी के वर्तमान अध्यक्ष, अनिल घनवत ने कहा कि सरकार का यह कदम न केवल किसानों के लिए बल्कि प्याज व्यापारियों के लिए भी हानिकारक है. पिछले तीन-चार सालों से प्याज उत्पादक किसानों को घाटा हो रहा है. पिछले रबी सीजन भी बेमौसमी बारिश के चलते प्याज की फसल बर्बाद हुई थी और किसानों को नुकसान उठाना पड़ा था. उन्होंने कहा कि जब बाजार में किसानों को प्याज के अच्छे दाम मिलने लगे तो पहले सरकार ने 40 फीसदी निर्यात शुल्क लगा दिया और उसके बाद न्यूनतम निर्यात मूल्य 800 डॉलर प्रति टन कर दिया. अब जब खरीफ की नई फसल आने लगी है, तो इसके निर्यात पर पाबंदी लगा दी गई है. इससे किसानों को बेहतर दाम मिलने की संभावना खत्म हो गई है.

उन्होंने बताया कि इन प्रतिबंधों के कारण भारत के निर्यात बाजार में भी अपनी हिस्सेदारी कम हो रही है. इसका प्रभाव आने वाले कुछ सालों तक दिखाई देगा, जिससे किसान आगे भी प्रभावित रहेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार केवल उपभोक्ताओं पर ध्यान दे रही है, किसानों की उसे चिंता नहीं है. उन्होंने सरकार से इस फैसले को वापस लेने का अनुरोध किया है.

English Summary: Central government bans onion export takes steps to control rising prices onion Price hike
Published on: 09 December 2023, 01:04 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now