समय के साथ संचार क्षेत्र में बिजली की रफ्तार से क्रांति आई है. बात अगर हम भारतीय परवेश की करें तो यहां पत्रकारिता के सुनहरे अवसर उभरते हुए नज़र आ रहे हैं. आज घर-घर में टीवी - कंप्यूटर और मोबाइल पहुंच चुकें हैं. हमारे देश में प्रतिदिन 100 मिलियन अखबारों की बिक्री हो रही है और इस समय हम दुनिया के दूसरे सबसे बड़े प्रिंट बाज़ार हैं. वहीं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में 197 मिलियन टीवी सेट्स के साथ हम शिखर पर पहुंच चुके हैं. वहीं 829 मिलियन से ज्यादा स्मार्ट फोन यूजर्स इस समय भारत में हैं. निसंदेह इन बातों को पढ़कर हम कह सकते हैं कि हमारे यहां जनसंचार या मीडिया उद्योग में शानदार करियर की संभावनाएं हैं. लेकिन फिर भी हमारा सुझाव यही है कि बिना अपनी काबिलयत, रूची एवं योग्यता को जाने इस कोर्स में एडमिशन ना ले.
बता दें कि मीडिया या जनसंचार की दुनिया टीवी में चमचमाते सूट-बूट पहने लोगों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह बहुत कुछ है. इस फिल्ड में कड़े परिश्रम, लगन एवं तेज-तरार दिमाग की आवश्यकता है. इस फिल्ड में आने के लिए जरूरी है कि आपको देश-विदेश में हो रही घटनाओं के साथ-साथ इतिहास और राजनीति की भी अच्छी समझ हो. ध्यान रहे कि एक सफल पत्रकार होने के लिए जागरूक एवं समाज से जड़े रहना आवश्यक है. हां, अगर आप में भी यह सभी खूबियां है या आपको लगता है कि आप अपने अंदर कड़ी मेहनत से इन प्रतिभाओं का निखार कर सकते हैं, तो पत्रकारिता में आपके लिए सुनहरे अवसर उपल्बध हैं.
ऐसे ले सकतें हैं एडमिशन
किसी भी स्ट्रीम से 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद आप पत्रकारिता में करियर बनाने के लिए डिप्लोमा, सर्टिफिकेट या डिग्री कोर्स कर सकते हैं. आज के समय में सरकारी एवं निज़ी सभी तरह के बड़े कॉलेजों में डिग्री लेवल पर मास मीडिया की पढ़ाई होती है. लेकिन फिर भी इस फिल्ड में कुछ संस्थान ऐसे हैं जो लोगों की प्राथमिक पसंद हैं, जैसे -इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्यूनिकेशन, माखनला चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता व संचार विश्वविद्यालय, जामिया मिलिया इस्लामिया आदि
करियर
अगर आप में प्रतिभा है, तो यहां आपके लिए अपार संभावनाएं है. जैसे- पब्लिक रिलेशन्स, एडवरटाइजिंग, मार्केटिंग, कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन्स, ग्राफ़िक्स डिज़ाइनर, रिपोटर, पत्रकार, आदि में अपनी पहचान बना सकते हैं.