Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 26 September, 2022 11:15 AM IST
organic farming

देश के किसानों को बीते कुछ सालों से सरकार प्राकृतिक खेती को अपनाने के लिए लगातार जागरूक कर रही है. इसके लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं और कार्यक्रम चला कर किसानों को जागरूक किया जा रहा है.

यही नहीं सरकार किसानों को प्राकृतिक खेती करने के लिए सब्सिडी योजनाएं भी चला रही है. इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश सरकार ने एक और कदम उठाया है.

प्राकृतिक खेती के लिए किसानों को किया जा रहा जागरूक

हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर में आत्मा प्रोजेक्ट के तहत किसानों को कृषि विभाग द्वारा एक प्रशिक्षण शिविर के माध्यम से जागरूक किया गया. इसमें किसानों को सुभाष पालेकर नेचुरल फार्मिंग को लेकर कई दवाइयां बनाने के लिए सिखाई गई. यही नहीं इसमें किसानों को जीवामृत व वीजामृत बनाने का प्रशिक्षण भी दिया गया.

प्राकृतिक खेती को पूर्ण रूप से अपनाने की मुहिम तेज

आपको बता दें कि साल 2018 से ही हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक खेती को पूर्ण रूप से अपनाने की मुहिम चलाई जा रही है, जिसको लेकर जिला सिरमौर और सोलन में किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है.

ये भी पढ़ें: हिमाचल में आर्गेनिक खेती प्रक्रिया को देख अचंभित हो रहे विदेशी, सरकार दे रही बढ़ावा

प्राकृतिक खेती से उगाए गए फसलों-फलों को लेकर एफपीओ का गठन

इतना ही नहीं प्राकृतिक खेती से उगाए गए फसलों और फलों को लेकर एक एफपीओ का गठन भी हुआ है, जो कि राज्य में पहला ऐसा एफपीओ है जो सिर्फ प्राकृतिक खेती से उगाई गई फसलों और फलों को लेकर बाजार उपलब्ध करवाता है. 

साथ ही साथ प्रोसैस्ड फूड को लेकर भी काम कर रहा है, इस एफपीओ का गठन नोनी कृषि विश्वविद्यालय के चांसलर के सहयोग से किया गया है.

English Summary: Campaign to adopt organic farming intensified, this state made farmers aware under Atma Project
Published on: 26 September 2022, 11:22 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now