साल 2023 में 1 फरवरी के दिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में यूनियन बजट पेश करेंगी. देखा जाए तो यह बजट आने में 60 दिन से भी कम समय बचा है. ऐसे में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि हर बार की तरह सरकार की तरफ से नौकरीपेशा और कारोबारियों के लिए कई सुविधाएं उपलब्ध होंगी.
इसके अलावा कुछ टैक्स एक्सपर्ट का यह भी कहना है कि इस बार के बजट में हायर टैक्स स्लैब में राहत मिलने की संभावना है. लोगों का कहना है कि इस बार इन्वेस्टर टैक्स से जुड़े कानूनों में बदलाव करने की जरूरत है. टैक्स के नियमों को आसान बनाया जाना चाहिए. ताकि इससे इनवेस्टमेंट में बढ़ोत्तरी हो सके. तो आइए इस बार के आने वाले बजट में टैक्स को लेकर क्या-क्या बड़े बदलाव हो सकते हैं. इसके बारे में विस्तार से जानते हैं.
टैक्स स्लैब में बदलाव की संभावना
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फिलहाल के लिए लोगों को इनकम स्लैब के आधार पर ही इनकम टैक्स का भुगतान करना होगा. इस विषय में डेलॉयट की पार्टनर का कहना है कि देश में अभी तक सबसे अधिक इनकम टैक्स की दर 5 करोड़ रुपए से ज्यादा इनकम पर लगती है, जो 42.744 प्रतिशत तक है. उन्होंने यह भी बताया है कि साल 2017-2018 से लेकर अब तक आयकर स्लैब में कोई बदलाव नहीं देखने को मिला है. लेकिन इस बार सरकार की तरफ से टैक्स स्लैब में कुछ राहत की उम्मीद जताई जा रही है.
इनकम टैक्स 30% से घटाकर 25%
आपको बता दें कि इस बार स्लैब में आने वाले टैक्स में लगभग 30 प्रतिशत तक की राहत की संभावना है. ऐसा करने से क्रय शक्ति पर सीधा असर पड़ सकता है. इसके अलावा यह भी बताया जा रहा है कि सरकार इनकम टैक्स में करीब 30 प्रतिशत से घटाकर 25 प्रतिशत तक किया जा सकता है और साथ ही आयकर की उच्चतम कर दर की सीमा 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख रुपए तक किया जा सकता है.
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बजट 2023 में टैक्स स्लैब कुछ इस प्रकार से होंगे
20 लाख से अधिक आय वाले लोगों पर 30 प्रतिशत की जगह 25 प्रतिशत टैक्स
10 से 20 लाख के बीच में आने वाले लोगों पर 30 प्रतिशत से कम कर 20 प्रतिशत होगा.