झारखंड के साहिबगंज जिले में किसानों के बीच इस समय सबसे ज्यादा चर्चा का विषय है बिरसा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना. इस योजना ने किसानों के लिए उम्मीद की एक नई किरण जगाई है. सबसे खास बात यह है कि किसानों को अपनी फसलों का बीमा कराने के लिए केवल 1 रुपये देना होगा. इससे न केवल किसानों की फसलें सुरक्षित होंगी, बल्कि प्राकृतिक आपदा या अन्य विपरीत परिस्थितियों में होने वाले आर्थिक नुकसान से भी उन्हें राहत मिलेगी.
योजना को लेकर जिले के किसानों में काफी उत्साह है. अब तक हजारों किसान लोनधारी और गैर-लोनधारी दोनों श्रेणियों में बीमा करा चुके हैं. साहिबगंज प्रशासन ने भी सोशल मीडिया के माध्यम से किसानों से अपील की है कि वे 31 अगस्त 2025 तक इस योजना का लाभ उठाकर अपनी फसल को सुरक्षित करें, क्योंकि सुरक्षित किसान ही एक समृद्ध भारत की नींव रख सकते हैं.
किसानों की बढ़ती भागीदारी
साहिबगंज जिले में इस योजना के अंतर्गत अब तक 13,797 लोनधारी और 10,572 गैर-लोनधारी किसानों ने फसल बीमा कराया है. प्रखंडवार आंकड़े देखें तो साहिबगंज प्रखंड में 1,054 लोनधारी और 4,869 गैर-लोनधारी किसानों ने पंजीकरण कराया है. बोरियो प्रखंड से 2,452, बरहेट से 2,463 (जो लक्ष्य से भी अधिक है), बरहरवा से 1,298 लोनधारी और 1,764 गैर-लोनधारी किसान जुड़े हैं. इसके अलावा, राजमहल प्रखंड में 1,845 और तालझारी में 2,208 किसानों ने बीमा कराया है. मंडरो, पथना और उदवा प्रखंडों में भी किसान उत्साहपूर्वक रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं.
बीमा का महत्व और लाभ
किसान सालभर मेहनत करके अपनी फसल तैयार करते हैं, लेकिन कई बार प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़, सूखा, ओलावृष्टि और कीट हमले के कारण पूरी मेहनत बर्बाद हो जाती है. ऐसे समय में यह योजना किसानों को सहारा देती है. बिरसा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत यदि किसी किसान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो जाती है, तो प्रति एकड़ 20,000 रुपये तक का मुआवजा दिया जाता है. यह उन किसानों के लिए खास वरदान है, जिनके पास सीमित जमीन है और जिनकी जीविका पूरी तरह कृषि पर निर्भर है.
पलामू जिले में एचडीएफसी एर्गो कंपनी की जिम्मेदारी
फसल बीमा योजना को सही ढंग से लागू करने के लिए सरकार ने निजी बीमा कंपनियों को भी जिम्मेदारी सौंपी है. पलामू जिले में इस योजना को सफलतापूर्वक लागू करने का काम एचडीएफसी एर्गो कंपनी कर रही है. इससे किसानों को बीमा क्लेम और अन्य सुविधाएं समय पर मिलने की संभावना और बढ़ गई है.
पंजीकरण की प्रक्रिया और अंतिम तारीख
इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को 31 अगस्त 2025 तक निबंधन कराना जरूरी है. इसके लिए किसानों को नजदीकी प्रज्ञा केंद्र पर जाकर केवल 1 रुपये में रजिस्ट्रेशन कराना होगा. जिला प्रशासन लगातार किसानों को जागरूक कर रहा है कि वे इस सुनहरे अवसर को न चूकें.
जानकारी के लिए टोल-फ्री नंबर
किसानों की सुविधा के लिए विभाग ने टोल फ्री नंबर 14447 जारी किया है. किसान इस नंबर पर कॉल करके योजना से संबंधित पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. यह सेवा खासतौर पर उन किसानों के लिए मददगार है, जो अभी योजना की शर्तों और लाभों से पूरी तरह अवगत नहीं हैं.
किसानों के लिए वरदान
बिरसा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना वास्तव में किसानों के लिए एक संजीवनी साबित हो रही है. केवल 1 रुपये में फसल बीमा उपलब्ध कराना, प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित किसानों के लिए बड़ी राहत है. सरकार और जिला प्रशासन लगातार यह संदेश दे रहे हैं कि हर किसान को अपनी फसल का बीमा जरूर कराना चाहिए. यह योजना न केवल उनकी मेहनत और लागत को सुरक्षित करती है, बल्कि उनके परिवार के भविष्य को भी संबल देती है.