नीति आयोग के सदस्य प्रो. रमेश चंद करेंगे कृषि जागरण के 'मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड्स' के दूसरे संस्करण की जूरी की अध्यक्षता Millets Varieties: बाजरे की इन टॉप 3 किस्मों से मिलती है अच्छी पैदावार, जानें नाम और अन्य विशेषताएं Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान! आम को लग गई है लू, तो अपनाएं ये उपाय, मिलेंगे बढ़िया ताजा आम एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Organic Fertilizer: खुद से ही तैयार करें गोबर से बनी जैविक खाद, कम समय में मिलेगा ज्यादा उत्पादन
Updated on: 22 April, 2020 12:34 PM IST

लॉकडाउन के कारण इस समय हजारों लोगों का जीवन प्रभावित हुआ है. यूं तो इससे सभी राज्यों का हाल बेहाल है, लेकिन सबसे अधिक दुर्दशा यूपी-बिहार जैसे राज्यों की हो रही है. यहां के हजारों दिहाड़ी मजदूरों एवं प्रवासी लोगों का जीवन सड़क पर आ गया है. इनके पास न तो खाने के पैसे हैं और न ही रहने को घर. हालांकि बिहार और उत्तर प्रदेश की सरकार लगातार सहायता की कोशिश कर रही है.

इस संकट की घड़ी में लोगों को मुसिबत का सामना न करना पड़े, इसके लिए अब बिहार सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है. अब उन लोगों को भी तत्काल हजार रूपए की सहायता मुहैया कराने का निर्णय लिया गया है, जिनके पास राशन कार्ड नहीं है. ऐसे लोगों को जीविका समूह के सर्वे के आधार पर सहायता राशि दी जाएगी.

इस बारे में राज्य के सूचना सचिव अनुपम कुमार ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि जीविका समूह ने ऐसे 9 लाख 70 हजार परिवारों की पहचान कर ली है, जिन्हें सहायता की जरूरत है. इस मुद्दे पर तेजी से काम किया जा रहा है. बहुत जल्दी ही जरूरतमंदों को सरकार सहायता राशि देगी.

वैसे बता दें कि दिहाड़ी मजदूरों को काम की दिक्कत न आए, इसके लिए कृषि विभाग अपनी तरफ से हर संभव सहायता कर रही है. आने वाले दिनों में ऐसे लोगों को राज्य में ही रोजगार देने की तैयारी चल रही है. वहीं बिहार सरकार आने वाले दिनों में कृषि एवं बागवानी कार्यों के अलावा, सड़क निर्माण और भवन निर्माण में प्रवासी मजदूरों की सहायता लेने का विचार कर रही है, जिससे राज्य में ही उन्हें रोजगार मिल सके.

बता दें कि बिहार में कोरोना वायरस से संक्रमण के 17 नए मामले सामने आ चुके हैं. इस समय राज्य में कोरोना पीड़ितो की संख्या 126हो गई है. राज्य में सबसे पहला कोरोना का केस 22 मार्च को सामने आया था.

English Summary: bihar government will provide one thousand rupees to daily worker and needy people without any ration card
Published on: 22 April 2020, 12:42 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now