किसानों के लिए राहत की खबर है! सरकार ने इस साल गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 150 रुपये बढ़ाकर 2425 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है. पहली अप्रैल से गेहूं की सरकारी खरीद शुरू हो चुकी है, जिससे किसान मंडियों में गेहूं बेचने के लिए तेजी से पहुंच रहे हैं. इस साल जिले में 18 से 19 लाख क्विंटल गेहूं उत्पादन होने का अनुमान है. पिछले साल 4.70 लाख क्विंटल गेहूं मंडियों में आया था. किसानों ने 46,600 एकड़ गेहूं फसल का पंजीकरण ‘मेरी फसल, मेरा ब्योरा’ पोर्टल पर किया है.
सरकारी खरीद के लिए पटौदी, फरुखनगर, सोहना, गुरुग्राम और खोड़ मंडियों को तय किया गया है. मंडियों में किसान सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं. इस बार गेहूं की आवक 2023 के मुकाबले 47% अधिक है. वहीं, सरसों की भी अच्छी खरीद हो रही है, जिससे किसानों को राहत मिल रही है.
गेहूं की पैदावार और अनुमान
- इस साल 18 से 19 लाख क्विंटल गेहूं उत्पादन होने का अनुमान.
- पिछले साल 4.70 लाख क्विंटल गेहूं मंडियों में आया था.
- किसानों ने 46,600 एकड़ फसल का पंजीकरण ‘मेरी फसल, मेरा ब्योरा’ पोर्टल पर किया है.
- 91,000 एकड़ में गेहूं की बिजाई की गई थी.
सरकारी खरीद के लिए मंडियां तय
इस साल गेहूं खरीद के लिए पटौदी, फरुखनगर, सोहना, गुरुग्राम और खोड़ मंडियों को निर्धारित किया गया है. हालांकि, गुरुग्राम अनाज मंडी में मुख्य रूप से सब्जी की बिक्री होती है और यहां गेहूं नहीं आता. खोड़ मंडी को पटौदी जाटोली मंडी का खरीद केंद्र बनाया गया है.
पिछले दो सालों में गेहूं की आवक
मंडी |
2024 में आवक (क्विंटल) |
2023 में आवक (क्विंटल) |
फरुखनगर |
1,17,606 |
87,059 |
पटौदी |
3,29,014 |
2,16,965 |
सोहना |
37,914 |
24,821 |
2024 में गेहूं की आवक 2023 के मुकाबले 47% अधिक रही.
सरसों की भी बढ़ी खरीदारी
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31 मार्च तक 1.21 लाख क्विंटल सरसों की सरकारी खरीद हो चुकी है.
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पिछले साल 75,621 क्विंटल सरसों खरीदी गई थी.
31 मार्च तक मंडियों में सरसों की आवक
मंडी |
सरकारी खरीद (क्विंटल) |
प्राइवेट खरीद (क्विंटल) |
फरुखनगर |
14,307 |
5,697 |
पटौदी |
76,601 |
32 |
सोहना |
18,221 |
6,261 |
कुल |
1,09,130 |
11,990 |
क्यों बढ़ी किसानों की रुचि?
- MSP बढ़ने से किसानों को बेहतर कीमत मिलने की उम्मीद.
- खुले बाजार में दाम गिर रहे हैं, इसलिए किसान सरकारी खरीद को प्राथमिकता दे रहे हैं.
- मंडियों में सुविधाएं बढ़ाई गई हैं, जिससे किसानों को कम परेशानी हो रही है.