खाइके पान बनारस वाला, ये गीत 80 के दशक में फिर 2000 के दशक में काफ़ी मशहूर हुआ. ये पान की स्वीकार्यता ही थी जिसने महानायक अमिताभ बच्चन और शाहरुख खान के साथ पूरी दुनिया को इस गीत पर थिरकने को मजबूर कर दिया. भारत की बात करें तो पान को विशेष स्थान प्राप्त है. पूजा पाठ से लेकर, होठों की लाली बनने तक पान का भारतीय जीवन में गहरा दखल है. कोरोना के वर्तमान वैश्विक संकट ने हर उत्पाद को प्रभावित किया है. पान भी इस कुप्रभाव से अछूता नहीं हुआ लेकिन अब सरकार के पान मंडी खोलने के आदेश से पान की खेती करने वाले किसानों को लाभ मिलने की संभावना बढ़ गयी है.
उत्तर प्रदेश में पान मंडियों को लॉक डाउन से राहत:
कोरोना के कहर से इस समय पूरी दुनिया परेशान है. भारत मे इस संक्रमण का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है. जिसके कारण पूरे देश मे लॉकडाउन ही सुरक्षा का एकमात्र विकल्प है. हालांकि लगातार बंदी से उद्योग धंधों पर प्रतिकूल प्रभाव साफ नज़र आ रहा. ऐसी ही दशा पान उत्पादकों एवं विक्रेताओं की भी है.बता दें पान के पत्ते बेहद नाजुक होते हैं और जल्द ही सड़ जाते हैं. इसके कारण पान की खेती करने वाले किसानों को भारी आर्थिक क्षति का सामना करना पड़ा है। इस नुकसान को देखते हुए यूपी सरकार ने कुछ शर्तों के साथ प्रदेश के पान उत्पादक 21 जिलों में पान मण्डी एवं पान दरीबों को खोलने की अनुमति प्रदान कर दी है। इस संबंध में उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण निदेशक उत्तर प्रदेश ने अधिकारियों के नाम आदेश जारी कर दिए हैं.
इस आदेश में औद्यानिक फसलों के उत्पादन एवं आपूर्ति जारी रखने के निर्देश दिए गए हैं. जारी अडवाइजरी के तहत जिला उद्यान अधिकारी को अपने जिला प्रशासन एवं मंडी समिति के सहयोग से पान मंडी एवं पान दरीबों को खुलवाने की कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं. हालांकि इस आदेश में सोशल डिस्टेंसिंग का हर हाल में पालन कराने की शर्त भी रखी गयी है. आदेश के बाद प्रमुख रूप से उन्नाव, रायबरेली, बाराबंकी, सुलतानपुर, प्रतापगढ़, जौनपुर, बलिया, गाजीपुर, ललितपुर, बांदा, आजमगढ़, हरदोई, लखनऊ, कानपुर नगर, अमेठी, प्रयागराज, सीतापुर, वाराणसी, मिर्जापुर, सोनभद्र एवं महोबा जैसे जनपदों में पान की मंडियों में पूर्ववत व्यापार शुरू हो सकेगा. सरकार द्वारा दी गयी ये राहत निश्चित रूप से पान की खेती करने वाले किसानों को राहत पहुंचाएगी.