देश में एक बार फिर चुनावी बादल छाने लगा है. ऐसे में सभी पार्टियां अपने-अपने दफ्तरों से निकल जनता के बीच भाषण और वादों के साथ खड़ी हैं. आपको बता दें कुछ ही दिन पहले कांग्रेस की मुख्य सचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा ने ट्विटर के जरिये महिला सशक्तिकरण को अपने घोषणा पत्र में स्थान देते हुए महिलाओं के साथ खुद को खड़ा बताया.
इतना ही नहीं बल्कि सत्ताधारी पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि इनके राज में लड़कियों की सुरक्षा को हाशिये पर रखा गया है.वहीं दूसरी तरफ़ उत्तराखंड में चुनाव से ठीक पहले महिला मतदाताओं को ध्यान में रखकर 'मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना' की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को शुरुआत की. सरकार आय दिन किसी ने किसी योजना के तहत महिला किसान को आगे लाने का प्रयास करती रही है. ऐसे में सरकार की यह नई योजना क्या और कैसे है ये जानना काफी दिलचस्प होगा.
राज्य सरकार देगी खास किट
इस योजना के तहत पशुपालक परिवार की हर महिला को राज्य सरकार की ओर से किट दी जाएगी, जिसमें दो कुदाल, दो दरांती, एक पानी की बोतल और एक खाने का टिफिन शामिल होगा. इस किट की कीमत करीब 1500 रुपये होगी. वैसे तो योजना में उत्तराखंड के गांवों में 7771 सहकारी केंद्रों के माध्यम से कम दरों पर चारे की बिक्री की भी बात है.
क्या है घस्यारी योजना?
पौष्टिक एवं गुणवत्तायुक्त चारे की कमी के कारण दुग्ध उत्पादन में लगातार कमी आ रही है. जिसकी वजह से पर्वतीय कृषको की पशुपालन में रुचि घटती जा रही है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड सरकार द्वारा मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना का शुभारंभ किया गया है. इस योजना के माध्यम से पशुपालकों को पौष्टिक पशु आहार उपलब्ध करवाया जाएगा. जिससे कि दुग्ध उत्पादन में वृद्धि हो सकेगी. उत्तराखंड सरकार द्वारा Mukhyamantri Ghasyari Kalyan Yojana का शुभारंभ किया गया है.
सरकार इस योजना के माध्यम से पशुपालकों को पशु आहार (साइलेज) के वैक्यूम बैग उपलब्ध करवाए जाएंगे. यह बैग 25 से 30 किलो के होंगे. प्रदेश के पशुपालकों को पशु आहार प्राप्त करने के लिए अब कहीं भी जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. क्योंकि, सरकार द्वारा उनको पशु आहार उपलब्ध करवाया जाएगा. इस पशु आहार से दुधारू पशुओं के स्वास्थ्य में भी सुधार आएगा एवं दुग्ध उत्पादन में 15 से 20 फ़ीसदी की वृद्धि भी होगी. इसके अलावा इस योजना के माध्यम से पशुपालकों के समय और श्रम की भी बचत होगी जिसे अन्य आय अर्जित करने वाले कार्यों में लगाया जा सकेगा.
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योजना का मुख्य उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य पशुओं के लिए पौष्टिक और गुणवत्तायुक्त चारा उपलब्ध करवाना है. जिससे कि दुग्ध उत्पादन में बढ़ोतरी आ सके. इस योजना के माध्यम से पर्वतीय कृषक पशुपालन की तरफ आकर्षित हो सकेंगे. अब पशुपालकों को चारा लाने के लिए भी कहीं जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. क्योंकि सरकार द्वारा पशुओं के लिए चारा उपलब्ध करवाया जाएगा.इससे समय की भी बचत होगी. इसके अलावा, पशुओं के स्वास्थ्य भी बेहतर हो सकेगा.
मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना पशुपालकों के आय में वृद्धि करने में भी कारगर साबित होगी. इसके अलावा इस योजना के माध्यम से पशुपालकों के जीवन स्तर में भी सुधार आएगा. यह योजना दुग्ध उत्पादन में लगातार आ रही कमी को दूर करने में भी कारगर साबित होगी.