Dairy Farming: डेयरी फार्मिंग के लिए 42 लाख रुपये तक के लोन पर 33% तक की सब्सिडी, जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया PM Kisan Yojana Alert: जिन किसानों का नाम लिस्ट से हटा, आप भी उनमें तो नहीं? अभी करें स्टेटस चेक Success Story: सॉफ्टवेयर इंजीनियर से सफल गौपालक बने असीम रावत, सालाना टर्नओवर पहुंचा 10 करोड़ रुपये से अधिक! किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 25 January, 2019 4:56 PM IST

साल 2019 में होने वाले आम चुनाव में किसानों का मुद्दा सबसे भारी पड़ने वाला है क्योंकि पिछले कुछ दिनों से किसान समुदाय सरकार से नाराज चल रहा है. इस नाराजगी का सबक अभी हुए पांच राज्यों के चुनाव में किसानो ने दिखा भी दिया है. अब कयास लगाए जा रहे हैं कि मोदी सरकार किसानों को खुश करने के लिए 1 फरवरी को आने वाले बजट में एक मेगा पैकेज का एलान कर सकती है. जिसके तहत सभी किसानों के खाते में 7,500 रूपये भेजे जाएंगे.

सरकार की यह पूरी कोशिश रहेगी कि इसका लाभ किसानों को चुनाव से पहले ही दे दिया जाय. इस योजना के तहत जिन किसानों को लाभ दिया जाना है उनकी सूची भी तैयार हो चुकी है. इस योजना में लाभान्वित होने वाले किसानों के आधार को उनका क्रेडिट कार्ड माना गया है. इस समय अगर किसान क्रेडिट कार्ड की बात करें तो देश में लगभग 3 करोड़ लोगों के पास ये कार्ड है लेकिन इतनी बड़ी संख्या में किसानों को पैसा नहीं दिया जाएगा.

बता दें कि इस योजना का लाभ वे किसान नहीं उठा पाएंगे जो आयकर भरते हैं. फिलहाल ऐसी संभावना जताई जा रही है कि योजना को धरातल पर उतारने के लिए इस नियम में कुछ अहम बदलाव भी किये जाएंगे. इससे पहले भी सरकार ने ऐसी ही कुछ योजनाओं को धरातल पर लाने की कोशिश की थी लेकिन सबकी सहमति न मिलने के कारण इस योजना को मूर्त रूप नहीं दिया जा सका था. इसमें सबसे बड़ा पेंच तो यह था कि अगर सरकार जमीन के आधार पर इसका लाभ देती है तो कुछ किसान इसके लाभ से वंचित रह जाएंगे क्योकि सभी किसानों के पास जमीन नहीं होती है वे बटाई पर भी खेती करते हैं.

हाल ही में नीति आयोग ने कहा था कि किसानों के खाते में सालाना 15 हजार रूपये भेज दिए जाएं जो किसानों के लिए दो फसल यानी सालाना बुवाई के लिए उपयुक्त है. अब सरकार इसी तर्ज पर किसानों को 7,500 रूपए दिए जाएंगे, लेकिन ऐसा करने से सरकार पर 50 हजार करोड़ का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा. बहरहाल, सरकार ने इस योजना को झारखंड में लागू कर दिया है. 

English Summary: before the election, 7500rs money in the farmers' accounts by modi government
Published on: 25 January 2019, 04:58 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now