Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 10 February, 2020 11:27 AM IST

किसानों और आम नागरिकों को बैंक से लोन लेने के लिए कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इसी के मद्देनज़र सरकार एक योजना लाने जा रही है. जिसके तहत अगर कोई बैंक बिना किसी ठोस वजह के लोन देने से मना करता है उसके खिलाफ कार्यवाही होगी. दरअसल अगर कोई बैंक सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम (MSME) के लिए बिना किसी ठोस वजह के लोन देने से मना करता है तो उसके लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है. इसके लिए वित्त मंत्रालय एक खास तरह का केंद्र बनाने जा रहा है, जहां ऐसी परिस्थित में कोई भी MSME ई-मेल के जरिए अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है. इसके बाद इस शिकायत की एक कॉपी बैंक मैनेजर को भी भेजी जाएगी.

MSME के शिकायत के लिए जल्द बनाया जाएगा केंद्र

शनिवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि कोई भी बैंक बिना किसी ठोस वजह से किसी भी  व्यक्ति को MSME को लोन देने से नहीं मना कर सकता है. उन्होंने आगे कहा कि इस विशेष केंद्र के बारे में जल्द ही ऐलान किया जाएगा. वित्त मंत्री ने आगे कहा कि देश में विदेशी मुद्रा भंडार और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) अब तक के सबसे उच्चतम स्तर पर है. उन्होंने विश्वास जताया कि भारत एक बार फिर 8% वृद्धि दर पर वापस पहुंच जाएगा. केंद्र सरकार इसके लिए अनवरत प्रयासरत है.

किसान क्रेडिट कार्ड के लिए अभियान (Campaign for Kisan Credit कार्ड)

गौरतलब है कि किसान क्रेडिट कार्ड के लिए बनाने के लिए सभी बैंक 8 से लेकर 24 फरवरी तक विशेष अभियान चलाने जा रहे हैं. सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार उत्तर प्रदेश में मौजूदा वक्त में 9,9600 किसान परिवार रजिस्टर्ड हैं. इसमें से मौजूदा वक्त में सिर्फ 3,68863 किसान ही किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card ) का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसके अलावा सरकार ने किसान क्रेडिट कार्ड योजना में बदलाव किया है. अब दूध उत्पादन के लिए गोवंश के पालन, मछली उत्पादन और सुअर पालन पर भी किसानों के 2 लाख रुपये तक के किसान क्रेडिट कार्ड बनाए जाएंगे.

English Summary: Bank Loan: If the bank refuses to give loan without any solid reason, then difficulties will arise!
Published on: 10 February 2020, 11:31 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now