Baagwani Mahotsava 2024: बिहार के उप मुख्यमंत्री-सह-कृषि मंत्री, विजय कुमार सिन्हा ने शुक्रवार को कृषि विभाग द्वारा गांधी मैदान, पटना में आयोजित बागवानी महोत्सव, 2024 का उद्घाटन किया. इस अवसर पर सचिव, कृषि विभाग संजय कुमार अग्रवाल विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे.डिप्टी सीएम ने इस दौरान ‘उद्यानिक फसल की खेती एवं प्रबंधन तकनीक’ पुस्तक एवं उद्यानिक फसलों के वार्षिक कैलेण्डर का भी विमोचन किया. इस महोत्सव में उद्यान से संबंधित कुल 50 सरकारी एवं गैर सरकारी ज्ञानवर्द्धक स्टॉल लगाए गए हैं. इस महोत्सव में उद्यानिक पौध सामग्रियों की प्रदर्शनी के साथ-साथ बिक्री की व्यवस्था भी की गई है.
अपने सम्बोधन में डिप्टी सीएम ने कहा कि पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में बागवानी से जुड़े किसानों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से बागवानी महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. बिहार की अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है. कृषि राज्य के आर्थिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक क्रिया-कलापों का आधार है. बिहार की अर्थव्यवस्था में बागवानी खासकर फल, सब्जी, मसाला की भूमिका अहम है. बिहार में कुल 13.48 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बागवानी फसल की खेती होती है, जिसमें मुख्य रूप से फल की खेती 3.64 लाख हेक्टेयर, सब्जी की खेती 9.11 लाख हेक्टेयर तथा मसाला की खेती 0.39 लाख हेक्टेयर की जाती है.
उन्होंने कहा कि बागवानी के क्षेत्र में बिहार एक अग्रणी राज्य है. यहां के किसानों ने इस मिथक को तोड़ा है. वैसे बागवानी फसल जो पारंपरिक रूप से बिहार में नहीं होती थी, आज किसान न केवल बागवानी फसलों की खेती कर रहे हैं, बल्कि दूसरे किसानों को भी प्रेरित कर रहे हैं. आज राज्य में स्ट्राबेरी, ड्रैगनफ्रूट, सेब आदि जैसे फलों की खेती की जा रही है. बागवानी फसलों में अच्छे उत्पादन के साथ कृषकों को उचित मूल्य मिले, उत्पाद का भंडारण हो, उसका प्रसंस्करण एवं मूल्यसंवर्द्धन हो, कृषि विभाग इस दिशा में कार्य कर रहा है. उन्होंने आगे कहा कि कृषि विभाग द्वारा बागवानी महोत्सव 2024 का आयोजन किया गया है. मुझे खुशी है कि राज्य के प्रत्येक जिले से प्रगतिशील किसान अपनी-अपनी प्रदर्शनी के साथ इस महोत्सव में भाग लेने पहुंचे हैं.
बागवानी महोत्सव में प्रतियोगिता के साथ ही, तकनीकी सत्र का आयोजन भी किया जा रहा है. जहां किसान भाई-बहन बागवानी के क्षेत्र में नई-नई तकनीकी के संबंध में ज्ञान प्राप्त कर पाएंगे. यहां वे अपनी समस्याएं भी रख सकते हैं. जिसका समाधान मौके पर ही किया जाएगा. इस कार्यक्रम में राज्य के प्रगतिशील कृषकों को भी अपनी सफलता की कहानी बताने का मौका दिया गया है, जिससे राज्य के अन्य कृषकों को भी उनसे सीखने का मौका मिलेगा. इसके अतिरिक्त इस महोत्सव में छत पर बागवानी फोटोग्राफ प्रतियोगिता, बच्चों के लिए फैन्सी ड्रेस प्रतियोगिता तथा क्विज का भी आयोजन किया जा रहा है.
सचिव, कृषि विभाग संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि बागवानी महोत्सव के आयोजन का मुख्य उद्देश्य बागवानी के क्षेत्र में कार्य कर छुपी हुई प्रतिभाओं को प्रदर्शित करना है. उन्होंने कहा कि आज मशरूम उत्पादन में बिहार देश में अग्रणी है, अन्य उद्यानिक फसलों में भी बिहार देश में शीर्ष 5 राज्यों में है, जैसे मखाना, लीची, आम, सब्जी उत्पादन आदि. साथ ही, बिहार में फूल का उत्पादन बढ़ा है और मांग भी. राज्य सरकार अपनी योजनाओं से बागवानी में नवाचार करने वाले किसानों को प्रोत्साहित कर रही है. आगे भी ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहेगा.