हमारा देश आज के दौर में नई-नई तकनीकों की मदद से खुद को सशक्त बनाता जा रहा है. देखा जाए तो भारत सरकार से लेकर राज्य सरकारें भी अपने स्तर पर आम जनता की आर्थिक तौर पर मदद करती रहती है.
जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर प्रदेश में रामनगरी अयोध्या (Ram Nagari Ayodhya) का काम बहुत ही तेजी से किया जा रहा है. पहली बार उत्तर प्रदेश में सरकार के द्वारा ऐसा बेहतरीन काम किया जा रहा है जिसके चलते अयोध्या नगरी की रौनक व वैभव और भी अधिक बढ़ जाएगा. दरअसल, अयोध्या में कुछ खास तरह के पेड़ों को लगाया जाएगा, जोकि सूरज की रोशन (Sunlight) से चार्ज होकर रात में चमकेंगे. जी हां यह सच है कि अयोध्या में सौर ऊर्जा से चलने वाले पेड़ों को लगाया जा रहा है. यह काम सोलर सिटी में विकसित किए जाने की योजना के तहत किया जा रहा है.
40 पार्क में लगेंगे सोलर ट्री (Solar trees will be installed in 40 parks)
इस योजना का तहत अयोध्या शहर के लगभग 40 पार्कों में सोलर ट्री को सफलतापूर्वक लगाया जाएगा. मिली जानकारी के अनुसार, अब तक अयोध्या के 12 पार्कों में इस तरह के खास पेड़ लगाए जा चुके हैं. यह कार्य पूरा होने के बाद उत्तर प्रदेश का अयोध्या पहला राज्य होगा जहां के पार्कों में सौर ऊर्जा के पेड़ होंगे, जिसके चलते यह शहर सोलर सिटी (Solar City) के नाम से भी जानी जाएगी.
क्यों लगाएं सौर पेड़ (why plant solar tree)
अब आप सोच रहे होंगे कि पार्कों में सौर पेड़ (Solar Tree) क्यों लगाए जा रहे हैं. दरअसल, अयोध्या में दिन रात भक्तों को भीड़ होगी. और देर रात रुके भक्तों को रात के समय रोशनी देने के लिए अधिक मात्रा में बिजली की खपत (Power Consumption) होगी. लेकिन पार्कों में मौजूद ये सौर पेड़ बिजली पर निर्भरता को खत्म करेगी और साथ ही शहर की सुंदरता को भी बढ़ाएगी. क्योंकि यह पेड़ रात के समय दूधिया रोशनी से चमक उठेंगे.
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पार्कों में अलग-अलग वाट के लगेंगे पेड़
बताया जा रहा है कि अयोध्या के करीब 40 पार्कों में से 18 पार्क में कम से कम ढाई किलो वाट के सोलर पेड़ और वहीं 22 पार्कों में 1 किलोवाट वाले सोलर पेड़ लगाए जाएंगे.
यह सभी पेड़ दिन के समय सूरज की रोशनी से फुल चार्ज होंगे और फिर रात को दूधिया रोशन से पार्क की शोभा को बढ़ाएंगे.
बता दें कि ढाई किलो वाट के पेड़ से कुछ क्षेत्रों की लाइट भी जलेंगी.