एएसपीईई एग्रीकल्चर रिसर्च ऐंड डेवलपमेंट फाउंडेशन कंपनी हमेशा से ही किसानों को प्रोत्साहित करने एवं खेती को बढ़ावा देने हेतु तरह-तरह के इवेंट करवाती आयी है. हर बार की तरह इस बार भी कंपनी किसानों को प्रोत्साहित करने के लिये अवार्ड शो का आयोजन करने जा रही है. बता दें कि इस शो का नाम “ एएसपीईई एल.एम पटेल फार्मर ऑफ़ द ईयर 2020” रखा गया है. शो के लिये आवेदन समूचे भारतवर्ष से मांगें गयें हैं.
गौरतलब कि ये अवार्ड अलग-अलग श्रेणियों में दियें जायेंगें. अवार्ड के लिये ‘बागवानी श्रेणी में पपीते की खेती’ रहेगी जबकि ‘शीतकालीन खेती श्रेणी में ‘अरंडी’ को रखा गया है. वहीं ‘महिला किसान श्रेणी में कलात्मक योजनाओं एवं बागवानी को बढ़ावा देने की लिये विचारों को आमंत्रित किया गया है’. विजेता किसान को इस अवार्ड के रूप में 1 लाख नकद, ट्रॉफी एवं प्रशस्ति पत्र दिये जायेंगें.
इस तरह करे आवेदन:
1. एएसपीईई कार्यालय से "प्रारंभिक फॉर्म निर्देशन पत्र" प्रपट करे या www.aspeefoundation.org से सीधे फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं. ध्यान रहें की आवेदक के पास भरें हुए फार्म का फोटोकॉपी होना जरुरी है.
2. नामांकन फार्म केवल शॉर्टलिस्ट किए गए किसानों को भेजे जाएंगे और एएसपीईई फाउंडेशन शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों के संपर्क में रहेगा.
3.नामांकन फार्म की एक समिति द्वारा जांच की जाएगी और शॉर्ट लिस्ट किए गए किसानों के खेतों पर वीडियो शूटिंग की जाएगी.
अंतिम तिथिः
अंतिम तिथि- 15-12-2019 और द एएसपीईई फाउंडेशन के कार्यालय में नामांकन फॉर्म को भरने की अंतिम तिथि-15-04-2020 है.
योग्यता
बागवानी श्रेणी- पपीता की खेतीः
किसान के पास एक जगह पर पपीता की खेती के तहत कम से कम 1 एकड़ क्षेत्र होना चाहिए.
किसान पिछले 3 वर्षों से इस फसल का उत्पादन करता रहा हो.
शीतकालीन खेती श्रेणी-कैस्टर:
किसान के पास कम से कम 1 एकड़ पूरी तरह से एक जगह पर अरंडी की खेती होना चाहिए.
इस फसल की खेती किसान पिछले 3 वर्षों से करता रहा हो.
‘कृषि में बागवानी उत्पादन की शेल्फ-लाइफ बढ़ाने में महिला किसान श्रेणी-अभिनव विचार’
शेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए किसान के पास कम से कम 2 से 3 इनोवेटिव आइडियाज होने चाहिए.
वह पिछले 3 साल से इसका अभ्यास कर रही हो.
फलों और सब्जी की बढ़ती शेल्फ लाइफ के लिए विचारों को स्वयं विकसित या संशोधित किया जाना चाहिए.
प्रौद्योगिकी का व्यवसायीकरण किया जाना चाहिए.
चयन करने के मापदंड:
पात्रता के अलावा, निम्नलिखित पर विशेष जोर दिया जाएगा:
आधुनिक कृषि प्रौद्योगिकियों को अपनाने से आदानों, संसाधनों, जल, भूमि, आदि का कुशल और प्रभावी उपयोग.
किसान को नई तकनीकों को अपनाने में साथी किसानों की मदद करने वाले किसान समुदाय के लिए एक आदर्श होना चाहिए.