जैविक खेती के लिए विषरहित आदान बनाने वाली अग्रणी कंपनी एशिया डॉन बायो केयर जो सूरत के बारडोली में स्थित है ने नवरात्र के नवमी तिथि के अवसर पर किसानों के लिए उपयोगी कुछ नए उत्पाद का को लांच किया है. यह उत्पाद बायोफर्टिलाइजर और बायो स्टूमूलेंट श्रेणी में आते हैं. जो ग्रेन्यूल या दानेदार हैं.
किसानों को बायोफर्टिलाइजर या जैव उर्वरक पाउडर अथवा घोल रूप में प्रयोग करने में आने वाली समस्या का समाधान है. कुल पांच तरह के उत्पाद लॉन्च किए गए जिसमें ऑर्गेनिक मेन्योर- ओमडॉन ओ सी जो ऑर्गेनिक कार्बन पौधों को उपलब्ध कराता है.
अज़ोडॉन सीपी जीआर जिसमें नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश उपलब्ध कराने वाले जीवाणु दानेदार रूप में उपलब्ध है. फॉस्फोडॉन जीआर यह फास्फेट घुलनशील बैक्टीरिया युक्त है. ज़ि डॉन जीआर यह जिंक घुलनशील बैक्टीरिया युक्त है. पावर गोल्ड इस उत्पाद में बायो एक्टिव कार्बन ह्यूमिक एसिड दानेदार रूप में है.
इन उत्पादन का लॉन्च कंपनी के डायरेक्टर अशोक बंसल जी द्वारा किया गया. लॉन्चिंग के समय कंपनी के महाप्रबंधक प्रदीप कुमार सिंह एवं तकनीकी सलाहकार संजय श्रीवास्तव भी उपस्थित थे.
अशोक बंसल जी से प्रश्न करने पर यह पता चला कि वह कपड़े के व्यापारी हैं परंतु उनसे पूछने पर यह पता चला कि वह कपड़े के व्यापारी हैं परंतु उन्होंने अपने सामाजिक जिम्मेदारी निभाने की दृष्टि से एशिया डॉन बायो केयर की नींव रखा है. बंसल का यह मानना है कि व्यक्ति की पहली आवश्यकता विष रहित भोजन है व्यापार करके पैसा तो कमाया जा सकता है परंतु भोजन का उत्पादन नहीं हो सकता है किसानों को उचित आदान मिले तो वह विष मुक्त अन्न पैदा कर सकते हैं. इसी बात को ध्यान में रखकर हमने इस कंपनी की स्थापना किया.
कंपनी के महाप्रबंधक प्रदीप कुमार सिंह से पूछने पर पता चला कि कंपनी 70 उत्पाद बनाती है जो पूर्णतया विषय रहित हैं. इन 70 उत्पादन में 40 उत्पाद जैविक खेती के लिए प्रमाणित किए गए हैं. प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि किसानों को बायो-फर्टिलाइजर या जैव उर्वरक प्रयोग करने में बहुत कठिनाई होती थी इसी बात को ध्यान से देकर नैनो टेक्नोलॉजी की सहायता से इन उत्पादन का निर्माण किया. यह दानेदार उत्पाद है और किस बुवाई से पूर्व बुवाई के पश्चात कभी भी आसानी से पोषक तत्व की आवश्यकता को देखकर खड़ी फसल में भी उपयोग कर सकता है.
प्रदीप सिंह जी ने बताया बाजार में इस तरह से मिलते जुलते बहुत से उत्पाद है जो 50 से किलो 100 किलो एक एकड़ खेत के लिए अनुशंसित किए जाते हैं परंतु मेरे उत्पाद इतने अच्छे और नैनो टेक्नोलॉजी से हाई कंसंट्रेशन में बने हैं जो 5 से 10 किलो प्रति एकड़ के लिए पर्याप्त हैं.
अंत में कंपनी के तकनीकी सलाहकार संजय श्रीवास्तव ने इन नए उत्पाद को उपयोग करने का तरीका एवं इससे होने वाले लाभ को विस्तार में बताया.