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Updated on: 4 April, 2024 11:48 AM IST
ARYA AG के प्रबंध निदेशक प्रसन्ना राव और कार्यकारी निदेशक आनंद चंद्रा ने किया केजे चौपाल का दौरा

KJ chaupal: अगर किसानों को कृषि से संबंधित समसामयिक जानकारी दी जाए, तो कृषि क्षेत्र को और बढ़ावा दिया जा सकता है. इसी के मद्देनजर विगत 27 वर्षों से कृषि क्षेत्र में निर्बाध रूप से कार्यरत कृषि जागरण कंपनी किसानों के लिए एक समयांतराल पर ‘केजे चौपाल’ का आयोजन करती रहती है. इसमें कृषि क्षेत्र से जुड़ीं कंपनियों के गणमान्य लोग और प्रगतिशील किसान बतौर मेहमान आकर अपने कार्यों, अनुभवों और नवीनतम तकनीकों को साझा करते हैं. 

इसी क्रम में, गुरुवार (4 अप्रैल) को देश के अग्रणी अनाज वाणिज्य प्लेटफार्मों में से एक आर्या.एजी/ ARYA.AG के प्रबंध निदेशक प्रसन्ना राव और कार्यकारी निदेशक आनंद चंद्रा ने केजे चौपाल का दौरा किया. मालूम हो कि ‘केजे चौपाल’ (KJ Chaupal) कृषि जागरण की एक पहल है जिसका आयोजन दिल्ली स्थित कृषि जागरण हेड ऑफिस में किया जाता है. इसका लाइव प्रसारण कृषि जागरण फेसबुक पेज और यूट्यूब पर किया जाता है. साथ ही 12 भाषाओं में डिजिटल पोर्टल पर भी लाइव अपडेट दिया जाता है.

कृषि जागरण एवं एग्रीकल्चर वर्ल्ड के संस्थापक और प्रधान संपादक एमसी डोमिनिक एवं ARYA AG के प्रबंध निदेशक प्रसन्ना राव और कार्यकारी निदेशक आनंद चंद्रा

केजे चौपाल सत्र की शुरुआत कृषि जागरण के संस्थापक और प्रधान संपादक, एमसी डोमिनिक और प्रबंध निदेशक, शाइनी डोमिनिक द्वारा ARYA.AG के प्रबंध निदेशक प्रसन्ना राव और कार्यकारी निदेशक आनंद चंद्रा को प्लांट से सम्मानित करके किया गया, जो कि कृषि जागरण की एक पुरानी परंपरा है. सम्मान के बाद, कृषि जागरण की शुरुआत से लेकर वर्तमान तक की यात्रा पर आधारित एक लघु फिल्म दिखाई गई. फिल्म में पिछले कुछ वर्षों में किसानहित में कृषि जागरण द्वारा शुरू की गई विभिन्न पहल पर संक्षिप्त प्रकाश डाला गया, जिसमें फार्मर द जर्नालिस्ट, फार्मर फर्स्ट, आरएफओआई, फार्मर द ब्रांड, एजेएआई (अजय), एफटीबी आर्गेनिक और एमएफओआई अवार्ड्स शामिल था. इसमें आकर्षण का केन्द्र्विंदु मिलिनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड 2023 की सफलता का जश्न मनाना रहा. मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड्स कृषि जागरण की पहल है और देशभर के किसानों को सम्मानित करने वाला एक अनूठा पुरस्कार है.

वही, इस दौरान कृषि जागरण के संस्थापक और प्रधान संपादक एमसी डोमिनिक ने देश के कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने में आर्य.एजी जैसी पहल के महत्व पर जोर देते हुए सभी उपस्थित लोगों का गर्मजोशी से स्वागत किया. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आज मुझे दो युवा उद्यमियों का स्वागत करते हुए बेहद खुशी हो रही है, जो किसानों की उन्नती और उनकी भलाई के लिए काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि किसानों के हित में इनके द्वारा शुरू किया गया प्रयास सराहनीय है जिससे किसानों की काफी मदद हो रही है. उन्होंने कहा कि हमारा हमेशा से प्रयास रहा है कि कृषि और किसानों का विकास हो और हम किसानों के विकास में ज्यादा से ज्यादा योगदान दे पाएं. कृषि और किसानों के हित में जो भी काम कर रहा है, हम हमेशा उनके साथ मिलकर काम करने को तैयार रहते हैं. उन्होंने आगे कहा कि मैं आप दोनों को  किसानहित में किए जा रहे इस प्रयास के लिए शुभकामनाएं देता हूं.

वहीं, KJ Chaupal को संबोधित करते हुए ARYA.AG के प्रबंध निदेशक प्रसन्ना राव ने किसानों को सामने आने वाली समस्याओं और उनके समाधानों पर चर्चा की. साथ ही उन्होंने ARYA.AG को शुरू करने के पाछे की वजह भी बताई. उन्होंने कहा कि कंपनी को शुरू करने के पीछे किसानों का वो दर्द था, जो वो किसी से बयां नहीं कर पाते थे. उन्होंने कहा कि किसान अपनी उपज तो काट लेता है, लेकिन न ही उसके पास उसे बेचने की आजादी होती है और न ही वो उसका दाम तय कर पाता है. उन्होंने कहा कि किसानों के पास ये आजादी नहीं होती कि वे अपनी फसल किसे और कब बेचें? ऐसे में मजबूर होकर उन्हें औनेपौने दामों पर अपनी फसल बेचनी पड़ती है.

ARYA AG के प्रबंध निदेशक प्रसन्ना राव और कार्यकारी निदेशक आनंद चंद्रा ने किया केजे चौपाल का दौरा

उन्होंने आगे कहा कि किसान जानते हैं कि अगर वे कटाई के बाद अपनी फसलों को तुरंत न बेचकर उसे कुछ समय तक स्टोर कर पाएं, तो बाद में उन्हें और अच्छा दाम मिल सकता है. लेकिन, भंडारण व्यवस्था और अच्छी आर्थिक स्थिति न होने के चलते किसान ऐसा नहीं कर पाते. इसके अलावा, किसानों को ऋण संबंधी भी कई समस्याएं पेश आती हैं. कई बार किसानों को समय रहते उचित लोन नहीं मिल पाता, जिस वजह से उन्हें कई चुनौतियों सामना करना पड़ता है. किसानों की इन्हीं सब समस्याओं को ध्यान में रखने हुए हमनें ARYA.AG की शुरुआत की थी. जो न सिर्फ किसानों को उनकी उपज बेचने की आजादी देती है. बल्कि, उन्हें बेहद कम ब्याज दर पर आसानी से लोन मुहैया करवाती है.

उन्होंने कहा कि ARYA.AG किसानों को भंडारण व्यवस्था के साथ-साथ लोन की सुविधा भी प्रदान करती है. वही, ARYA.AG के कार्यकारी निदेशक आनंद चंद्रा ने कहा कि प्रमुख बात यह है कि सबसे पहले समस्या को चिन्हित किया जाए और फिर उसका समाधान किया जाए. उन्होंने कहा कि हमनें समस्या को चिन्हित किया और फिर उस पर काम किया. आज हम उस दिशा में काम रहे हैं.

क्या काम करती है ARYA.AG?

ARYA.AG देश के अग्रणी अनाज वाणिज्य प्लेटफार्मों में से एक है. कंपनी की स्थापना 2013 में चट्टाननाथन देवराजन, प्रसन्ना राव और आनंद चंद्रा द्वारा की गई थी. ARYA.ag का लक्ष्य किसानों और अन्य उपयोगकर्ताओं की जरूरतों को पूरा करते हुए, डिजिटल ऋण के माध्यम से ऋण तक त्वरित पहुंच बनाना है. कंपनी का एकीकृत मॉडल सबसे छोटे हितधारकों को सबसे अधिक लागत प्रभावी तरीके से सेवा प्रदान करता है, जिससे यह एकमात्र बड़े पैमाने का एग्रीटेक स्टार्ट-अप है.

ARYA.AG के देश के लगभग सभी राज्यों में गोदाम हैं जिनमें सभी तरह के अनाज स्टोर किए जाते हैं. दरअसल, कंपनी के 21 राज्यों के 425 जिलों में 10 हजार से ज्यादा गोदाम हैं, जिनमें करीब 3 बिलियन डॉलर का अनाज स्टोर होता है. ये कंपनी खरीददारों को अच्छी क्वालिटी का अनाज मुहैया कराती है. गोदाम के अलावा, कंपनी कई दूसरी सुविधाएं, जैसे- फाइनेंस सपोर्ट और लोन भी देती है. इसके अलावा, कंपनी किसानों को खेती के संबंध में परामर्श भी प्रदान करती है, ताकि किसान सही तरीके से खेती कर अच्छी उपज हासिल कर पाएं.

English Summary: ARYA AG Managing Director Prasanna Rao and Executive Director Anand Chandra today visited at Krishi Jagran KJ chaupal
Published on: 04 April 2024, 11:49 AM IST

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