जिस पुलवामा आतंकी हमले ने देशभर के लोगों को हिलाकर रख दिया था. जिसमें सुरक्षा बल के 42 जवान शहीद हो गए थे उसी से जुड़ी हुई एक बड़ी खबर आई है. दरअसल पंजाब के अमृतसर से एक आइएसआइ एजेंट की पकड़ें जाने से सनसनी फैल गई है. 'मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज' में कार्यरत इलेक्ट्रीशियन यह व्यक्ति पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ (ISI ) के एजेंट को भारतीय खुफिया एजेंसी ने गिरफ्तार किया है. खबरों की माने तो उसने पुलवामा में आतंकी हमले के बाद आइएसआइ को भारतीय सेना की खुफिया खबरें और गतिविधियों के बारे में जानकारी दी.
बता दे कि स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल ने आरोपी के कब्जे से दो मोबाइल, चार सिम कार्ड, लैपटॉप और अन्य दस्तावेज पाया गया है. पकडे गए आरोपी पर मामला दर्ज कर लिया गया है. फिलहाल एसएसओसी आरोपित के बैंक खाते और सोशल अकाउंट्स की जांच कर रही है. बताया जा रहा है कि आरोपित ने पुलवामा हमले के बाद सेना की कई अहम जानकारियां आइएसआइ को बेची है.
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, एसएसओसी के इंस्पेक्टर हरविंदर सिंह ने बताया कि 'सूचना मिली थी कि मूल रूप से फाजिल्का और वर्तमान में जालंधर के नलवा रोड स्थित दशहरा ग्राउंड के पास रहने वाला राम कुमार सेना की गुप्त जानकारियां पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ को बेच रहा है. आरोपी राम कुमार जालंधर कैंट स्थित मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज (एमइएस) में 2013 से बतौर इलेक्ट्रीशियन काम कर रहा है. इसी वजह से उसे सेना की कई अहम जानकारियां और सेना के कई बड़े अधिकारियों के नंबर भी पता हैं.
पुलवामा हमले के बाद आइएसआइ एजेंट उससे करने लगा था अधिक बातचीत
आइएसआइ एजेंट ने पूछताछ में बताया है कि पुलवामा हमले के बाद से आइएसआइ एजेंट ने उससे ज्यादा बातचीत करनी शुरू कर दी थी. पाकिस्तानी एजेंट उससे मांग कर रहे थे कि वह सीमावर्ती क्षेत्रों में सेना की हो रही गतिविधियों के बारें में ज्यादा से ज्यादा जानकारियां इकठ्ठा कर भेजे. इसके अलावा उससे सेना के बड़े अधिकारियों के मोबाइल नंबर भी मांगे गए थे, ताकि वो उन बड़े अधिकारीयों की जासूसी करवा सके.