केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने गुजरात के हिमटनगर स्थित साबरकांठा डेयरी में 800 मीट्रिक टन प्रति दिन उत्पादन क्षमता वाले अत्याधुनिक पशु आहार संयंत्र का उद्घाटन किया. इस संयंत्र को 210 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित किया गया है और यह क्षेत्र में पशुपालन पोषण को आधुनिक बनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम है. इस कार्यक्रम में गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष शंकर चौधरी सहित कई प्रमुख लोग मौजूद थे.
महिलाओं का डेयरी क्षेत्र से जुड़ना आर्थिक स्वतंत्रता
अपने संबोधन में अमित शाह ने साबर डेयरी की परिवर्तन यात्रा का उल्लेख किया, जो एक छोटे से पहल से शुरू होकर अब एक बड़े सहकारी आंदोलन के रूप में विकसित हो गई है, जो 3.5 लाख से अधिक परिवारों का समर्थन कर रही है. उन्होंने सहकारी आंदोलन की महिलाओं के सशक्तिकरण में भूमिका की सराहना की और बताया कि कैसे महिलाओं ने डेयरी क्षेत्र से जुड़कर आर्थिक स्वतंत्रता और सम्मान पाया.
ये भी पढ़ें: 'कृषि भारत-2024 कार्यक्रम' में छोटे व आर्थिक रूप से कमजोर किसानों को मिली नई तकनीक और आय बढ़ाने की जानकारी
प्रति व्यक्ति दूध उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी
शाह ने सहकारिता से जुड़े दो संस्थानों को बेहतरीन दूध उत्पादन के लिए सराहा, यह बताते हुए कि कुछ संस्थान हर साल 1 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार कर रहे हैं. उन्होंने व्हाइट रिवोल्यूशन के महत्व पर भी जोर दिया, जिसे अमूल द्वारा चलाया गया और इसने गांवों में समृद्धि लाने और पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाई. उन्होंने कहा, भारत की प्रति व्यक्ति दूध उत्पादन क्षमता 1970 में 40 किलो से बढ़कर 2023 में 167 किलो हो गई है, जो विश्व में सबसे अधिक है.
प्राकृतिक खेती से मिट्टी की बढ़ेगी गुणवत्ता
मंत्री ने प्राकृतिक खेती को एक स्थायी समाधान के रूप में बढ़ावा दिया और इस बात पर जोर दिया कि यह किसानों और समाज के लिए फायदेमंद है. उन्होंने यह भी बताया कि प्राकृतिक खेती से होने वाली बीमारियों जैसे कैंसर, डायबिटीज और उच्च रक्तचाप को भी कम किया जा सकता है. शाह ने किसानों को आश्वासन दिया कि पहले वर्ष में पैदावार में हल्की कमी हो सकती है, लेकिन प्राकृतिक खेती से मिट्टी की गुणवत्ता बढ़ेगी और अगले वर्षों में ज्यादा लाभ मिलेगा.
किसानों की मदद के लिए शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय सहकारी ऑर्गेनिक लिमिटेड (NCOL) और राष्ट्रीय सहकारी एक्सपोर्ट लिमिटेड (NCEL) की स्थापना का उल्लेख किया, जिनका उद्देश्य जैविक उत्पादों के लिए उचित मूल्य और वैश्विक बाजार तक पहुंच प्रदान करना है.
गोबर्धन योजना की सफलता की सराहना
शाह ने गुजरात की गोबर्धन योजना की सफलता की सराहना की, जो पशुओं के गोबर से पोषक तत्वों से भरपूर खाद बनाने का काम करती है. अमूल के 60,000 करोड़ रुपये के व्यवसाय में उन्नति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती भारतीय किसानों के लिए वैश्विक जैविक बाजार का दरवाजा खोलेगी, जो 10 लाख करोड़ रुपये का हो सकता है.
इसके अलावा, अमित शाह ने गांधीनगर में फिला विस्टा-2024 स्टाम्प प्रदर्शनी का उद्घाटन किया और दांडी मार्च के प्रमुख नेताओं को श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने शेला झील और पार्क का उद्घाटन भी किया.