भारत सरकार के गृह मामले और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने भारतीय डेरी क्षेत्र में राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड (NDDB) की पहलों की सराहना करते हुए डेरी बोर्ड को डेरी उद्योग (Dairy Industry) की संभावनाओं वाले पंचायतों/गांवों में व्यवहार्य डेरी सहकारी समितियां स्थापित कर सहकारी डेरी (Cooperative Dairy) को और भी मजबूत करने का आव्हान किया.
मंत्री ने बहु-पदार्थ (मल्टी-कमोडिटी) सहकारी समितियों, एक ही ब्रांड के तहत उनके पदार्थों (प्रोडक्ट्स) के निर्यात, जैविक पदार्थों के संवर्धन, सहकारी समितियों में सहयोग के माध्यम से दुग्ध प्रसंस्करण सुविधाओं की क्षमता का बेहतर उपयोग और एनडीडीबी की सहायक कंपनी (सब्सिडियरी) आईडीएमसी लिमिटेड के जरिए डेरी मशीनरी विनिर्माण में आत्म-निर्भरता एवं घरेलू डेरी उपकरणों के निर्यात की आवश्यकता को रेखांकित किया. केंद्रीय मंत्री ने इस बात पर भी बल दिया कि एनडीडीबी की सहायक कंपनियों को आगे आकर इन उद्देश्यों की पूर्ति की दिशा में अग्रणी भूमिका निभानी होगी.
एनडीडीबी के सभापति (चेयरमैन) मीनेश शाह ने केंद्रीय मंत्री का स्वागत सहकारिता सचिव ज्ञानेश कुमार, संयुक्त सचिव पंकज कुमार बंसल और एनडीडीबी निदेशक मंडल के सदस्य सुश्री वर्षा जोशी, अतिरिक्त सचिव (डेरी विकास), पशुपालन विभाग, भारत सरकार, शामलभाई बालाभाई पटेल, सभापति (चेयरमैन), गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ लिमिटेड, निहाल चंद शर्मा, सभापति (चेयरमैन), हिमाचल प्रदेश सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड और डॉक्टर एनएच केलावाला, उपकुलपति, कामधेनु विश्वविद्याल की उपस्थिति में किया.
सहकारिता मंत्री ने पड़ोसी देशों और अफ्रीकी राष्ट्रों में डेरी को मजबूत करने के लिए एनडीडीबी की पहलों की सराहना की और कहा कि किसानों की आय को और बढ़ाने के लिए भारत को गुणवत्ता युक्त दूध और दुग्ध उत्पादों के निर्यात के माध्यम से "विश्व की डेरी" (Dairy of the World) बनने की जरूरत है. इससे प्रधानमंत्री के ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के लक्ष्य को पूरा करने में मदद मिलेगी.
एनडीडीबी चेयरमैन ने मंत्री को भारत के डेरी परिदृश्य के बारे में अवगत कराया, एनडीडीबी के “किसान सर्वप्रथम” की दृष्टि से अपने सभी पहलों का सहकारिता की रणनीति के तहत क्रियान्वयन, किसानो द्वारा पशुपालन की वैज्ञानिक पद्धति को अपनाना, एनडीडीबी की आनुषंगी संस्थाओं द्वारा डेरी सहकारी संस्थाओं को मजबूत कर करोड़ों किसानों की आजीविका को सुदृढ़ कर एनडीडीबी के उद्देश्यों को आगे बढ़ाने की दिशा में हो रहे कार्यों के बारे में अवगत कराया. एनडीडीबी के चेयरमैन और बोर्ड के सदस्यों ने मंत्री को मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद दिया और डेरी क्षेत्र के विकास हेतु पूर्ण सहयोग के लिए उन्हे आश्वासन दिया.
राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) के बारे में...
राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड (NDDB) मत्स्य पालन, पशुपालन और डेरी मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत एक वैधानिक निकाय है. इसकी स्थापना 1965 में अपनी सहायक कंपनियों - मदर डेरी फ्रूट एंड वेजिटेबल प्राइवेट लिमिटेड, इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड, आईडीएमसी लिमिटेड, एनडीडीबी डेरी सर्विसेज, एनडीडीबी मृदा लिमिटेड और एनडीडीबी काफ लिमिटेड (NDDB Coffee Limited) की सहायता से देश में डेरी क्षेत्र के संवर्धन, वित्त पोषण और विकास को सहायता सुनिश्चित करना है.