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Updated on: 14 March, 2023 1:00 PM IST
अमेठी के आमों की विदेश में मांग

Mango Farming: गर्मियों का समय आते ही बाजार में आम की मांग बढ़ने लगती है. ऐसे में आम बागवानों के चेहरे खिल गए हैं. उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में आम की खेती की जाती है. यहां के किसान आम की पौधे तैयार कर काफी अच्छा खासा मुनाफा कमाते हैं. अमेठी के अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग प्रजाति के आम तैयार किए जा रहे हैं. सरकार भी आम की खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों का सहयोग कर रही है. हर वर्ष अलग-अलग किसानों को आवेदन कराकर बड़े पैमाने पर आम की खेती जनपद स्तर पर की जाती है.

आम की विभिन्न किस्में

अमेठी जिले के अलग-अलग विकासखंडों और तहसीलों में कुल 1265 एकड़ जमीन पर आम के बाग हैं. इन बागों में लगे आम के पेड़ों से करीब 2665 मिलियन टन आम की खेप तैयार होती है. यहां पर आम की सात प्रजातियों की पैदावार की जाती है, जिनमें दशहरी, लंगड़ा, चौसा, आम्रपाली और मल्लिका जैसे आम शामिल हैं.

विदेशों में मांग

अमेठी जिले के प्रमुख क्षेत्र संग्रामपुर, जगदीशपुर, बाजार शुकुल, अमेठी मुसाफिरखाना में बड़े स्तर पर आम की खेती की जाती है. इसके अलावा जिले के अन्य ब्लाकों में भी छोटे-छोटे बाग तैयार किए जा रहे हैं. यहां पर अप्रैल से मई महीने के बीच आम की बिक्री बढ़े स्तर पर होती है और इनकी मांग प्रदेश के अन्य जिलों के अलावा विदेशों तक भी है.

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आम के बागानों के लिए अनुदान

जनपद में आम के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने नए बागों के लिए 12 हजार 760 रुपये प्रति हेक्टेयर की अनुदान राशि प्रदान कर रही है. पुराने बागों में दशहरी, लंगड़ा, चौसा आम की फसल तैयार की जाती है. कम एरिया के खेतों में ज्यादा उत्पादन के लिए आम्रपाली व मल्लिका जैसी किस्मों को तैयार किया जा रहा है. किसान भाई फसल की सुरक्षा के लिए दवाओं के छिड़काव के साथ-साथ आधुनिक तरीकों को भी अपना रहे हैं.

English Summary: Amethi mangoes have been in huge demand in foreign country
Published on: 14 March 2023, 11:55 AM IST

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