नीति आयोग के सदस्य प्रो. रमेश चंद करेंगे कृषि जागरण के 'मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड्स' के दूसरे संस्करण की जूरी की अध्यक्षता Millets Varieties: बाजरे की इन टॉप 3 किस्मों से मिलती है अच्छी पैदावार, जानें नाम और अन्य विशेषताएं Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान! आम को लग गई है लू, तो अपनाएं ये उपाय, मिलेंगे बढ़िया ताजा आम एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Organic Fertilizer: खुद से ही तैयार करें गोबर से बनी जैविक खाद, कम समय में मिलेगा ज्यादा उत्पादन
Updated on: 11 May, 2019 6:45 PM IST

भारत के लिए गलत मंशा रखने वालों की अब खैर नहीं है. दुनिया के सबसे एडवांस लाड़कू विमानों में से एक अपाचे गार्जियन विमान आज भारतीय वायु सेना को सौंप दिया गया है. वहीं इस खबर को सुनने के बाद पाकिस्तान और चीन की अब हालत खराब है.  गौरतलब है कि इस एडवांस अपाचे गार्जियन विमान का निर्माण अमेरिका के एरिजोना में हुआ है एवं इसकी तैनाती चीन और पाकिस्तान सीमा पर की जानी है.

भारत से पहले यह विमान कुछ ही ताकतवर देशों के पास जैसे इजरायल, मिस्त्र और नीदरलैंड की सेनाओं के पास भी थी. वहीं इस विमान के क्षमता की बात तो करें तो यह 365 किलोमीटर से भी तेज़ रफतार से उड़ान भरते हुए दुश्मन के ठिकानों को नेस्तानाबूत कर सकता है.

5,165 किलोग्राम का वजनी यह जहाज़ घने अंधेरे, भारी बरसात एवं विपरीत मौसम में भी जंग की बाजी पलटने में सक्षम है. विमान के दोनों तरफ 30 एमएम की दो मजबूत गन लगी हैं, जिससे किसी भी तरह के खतरान मिशन को अंजाम दिया जा सकता है. वैसे इस हेलिकॉप्टर को अमेरिकी ने अडवांस्ड एयर अटैक प्रोग्राम के लिए बनाया था और इसे पहली बार 1986 में अमेरिकी सेना में शामिल किया गया था। 

गौरतलब है कि पिछले कई सालों से वायु सेना को इस हेलिकॉप्‍टर का इंतजार था. फिलहाल इस समय अपने बड़े मिशन में वायु सेना एमआई-35 का इस्‍तेमाल कर रही है, जो कि रूस में बनाया गया है. लेकिन अब यह इसके भी रिटायरमेंट का वक्त लगभग आ गया है, ऐसे में अपाचे का भारत आना निसंदेह राष्ट्र की सुरक्षा के लिए शुभ संकेत है.

English Summary: air force get first apache guardian fighter from america
Published on: 11 May 2019, 06:47 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now