Agro Bihar 2024: पटना के गांधी मैदान में 29 नवंबर से 2 दिसंबर तक राज्यस्तरीय कृषि यांत्रिकरण मेला (एग्रो बिहार 2024) का आयोजन किया जाएगा. कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने विभागीय अधिकारियों के साथ मेले की तैयारियों की समीक्षा की और जरूरी निर्देश दिए. सचिव ने बताया कि इस राज्यस्तरीय 04 दिवसीय कृषि यांत्रिकरण मेला-सह-प्रदर्शनी में देश के प्रमुख कृषि यंत्र निर्माताओं द्वारा आधुनिक यंत्रों का प्रदर्शन किया जायेगा. इस प्रदर्शनी में बिहार के अलावे पंजाब, हरियाणा, गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश आदि राज्यों के कृषि यंत्र निर्माता भाग लेंगे.
100 से अधिक लगाये जायेंगे स्टॉल
सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि, 3.25 लाख वर्ग फीट क्षेत्र में लगने वाले इस मेले में 100 से अधिक स्टॉल लगाये जायेंगे. मेले में खाद्य एवं प्रसंस्करण, पशु एवं मत्स्य संसाधन, गन्ना उद्योग, उद्योग विभाग, सहकारिता, कॉम्फेड के द्वारा भी अपनी-अपनी योजनाओं/क्रियाकलापों को किसानों के लिए प्रदर्शित किया जायेगा. मेले में आंगतुकों के लिए बिहारी व्यंजनों का फूड कोर्ट की व्यवस्था रहेगी.
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मेले में किया जाएगा किसान पाठशाला का संचालन
उन्होंने कहा कि कृषि यंत्रों के बारे में अधिकतम जानकारी देने हेतु प्रतिदिन इस मेला में किसान पाठशाला का संचालन किया जायेगा, जिसमें विशेषज्ञों द्वारा किसानों को आधुनिक तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराई जायेगी. राज्य के सभी कृषि महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं का राज्यस्तरीय मेला में आधुनिक कृषि यंत्रों के बारे जानकारी देने हेतु भ्रमण कराया जायेगा. इस मेला में प्रतिदिन किसानों एवं आमजनों के मनोरंजन के लिए मुख्य मंच से कृषि आधारित सास्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा.
कृषि यंत्रों पर दिया जाएगा अनुदान
अग्रवाल ने कहा कि इस मेला में वित्तीय वर्ष 2024-25 में कृषि यांत्रिकरण योजना के अंतर्गत कुल 75 प्रकार के कृषि यंत्रों पर अनुदान दिया जा रहा है. किसान यंत्र वार अनुदान की जानकारी विभागीय वेबसाईट/जिला कृषि कार्यालय/प्रखण्ड कृषि कार्यालय/कृषि समन्वयक से प्राप्त कर सकते है. अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन-जाति एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग के किसानों के लिए कृषि यंत्रों पर अधिक अनुदान का प्रावधान किया गया है. 20 हजार रूपये या उससे कम अनुदान वाले कृषि यंत्रों पर निबंधित गैर रैयत कृषक (वास्तविक खेतिहर) भी अनुदान का लाभ प्राप्त कर सकते है.
यंत्र का मेक एवं मॉड्ल तथा आपूर्त्तिकर्त्ता प्रतिष्ठान का चयन किसान द्वारा स्वयं करने का प्रावधान किया गया है. किसान अपनी इच्छा अनुसार कृषि विभाग द्वारा सूचीबद्ध मेक मॉड्ल के यंत्र क्रय करेंगे. उन यंत्रों पर विधिवत निर्धारित अनुदान दिया जायेगा.