IMD 150 Years: देश में मौसम की सभी जानकारी देने वाला भारत मौसम विज्ञान विभाग आज 150 साल का हो गया है. देश में मौसम विभाग की स्थापना 15 जनवरी 1875 में हुई थी. इसके चलते आज मौसम विभाग के देश के सभी कार्यालयों पर समारोह आयोजित किए गए. मुख्य समारोह दिल्ली में मौसम विज्ञान विभाग में हुआ, जहां उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और केंद्रीय विज्ञान मंत्री किरेन रिजिजू मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहे. इस दौरान अपने संबोधन में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि आज हम एक महत्वपूर्ण चौराहे पर खड़े हैं - भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के 150 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं, जो हमारे देश की वैज्ञानिक प्रगति के इतिहास में दर्ज सेवा की विरासत है.
सटीकता से लोगों तक पहुंच रही हर जानकारी
उन्होंने कहा कि जैसे ही हम इस मील के पत्थर, एक महत्वपूर्ण मील के पत्थर को याद करते हैं, हम एक नए युग में प्रवेश करते हैं - सहयोग और नवाचार का युग. आईएमडी हितधारकों और वैज्ञानिक संस्थानों के साथ मिलकर आगे बढ़ रहा है और यह नई ऊंचाइयों को छूने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि एक जमाना था, जब मौसम विभाग कहता था की आज बारिश होगी, लेकिन उन दिन ऐसा होता नहीं था. लेकिन, आज स्थिति पहले जैसी नहीं है. आज हर जानकारी हम तक सटीकता से पहुंचाई जा रही है और हमें अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है.
किसानों को मिलेगी पल-पल की मौसम अपडेट
उन्होंने कहा कि आप अंदाजा लगाइए, गांव का एक आदमी जब ट्रेन पकड़ता है, तो कहता है कि ट्रेन कितनी देरी से आ रही है. क्योंकि, देश के कई इलाकों में इन दिनों धूंध पड़ रही है. लेकिन, धुंध की सटीक जानकारी उसे मौसम विभाग से मिल जाएगी. मौसम की छोटी-छोटी जानकारी से वह अपनी फसलों की सुरक्षा भी कर सकता है. मैं इसलिए कहता हूं की खेती-किसानी को टेक्नोलॉजी से जोड़ा जाए, ताकि किसानों का फायदा हो सके. उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है की किसानों तक मौसम की पल-पल की जानकारी पहुंचाने के लिए आज IMD ने पंचायत मौसम सेवा, लॉन्च की है. इससे पंचायत स्तर पर किसानों को स्थानिय मौसम की पल-पल की अपडेट मिल पाएगी.
IMD ने हर किसी की जिंदगी को छुआ
उन्होंने कहा कि हमने एक लंबा सफर तय किया है. कृषि से लेकर स्वास्थ्य सेवा तक, विमानन से लेकर ऊर्जा तक, यह हमारे जीवन में मौजूद है और सकारात्मक रुख के साथ है. जमीन पर खेती करने वाले किसानों से लेकर सीमाओं की रक्षा करने वाले जवानों तक, आईएमडी एक महत्वपूर्ण सकारात्मक भूमिका निभाता है. उन्होंने कहा कि IMD ने किसान से लेकर जवान तक हर किसी की जिंदगी को छुआ. IMD ऐसे ही लोगों को अपनी महत्वपूर्ण सेवाएं प्रदान करता रहेगा.
IMD लगातार बढ़ रहा अपना नेटवर्क
वहीं, इस मौके पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि भारत का मकसद सभी छोटे पैमाने की मौसम घटनाओं का पता लगाना और भविष्यवाणी करना है. इसके लिए वह मौसम की जांच-पड़ताल करने वाले नेटवर्क का विस्तार कर रहा है और पहले से ज्यादा शक्तिशाली कंप्यूटिंग प्रणाली की खरीद कर रहा है. उन्होंने कहा कि मौसम और जलवायु परिवर्तन का असर अब पहले से कहीं ज्यादा स्पष्ट है. पहले की तुलना में बीते पांच वर्षों के दौरान पूर्वानुमान की सटीकता में चालीस फीसदी सुधार हुआ है. हालांकि, बादल फटने जैसी मौसम की घटनाओं की भविष्यवाणी करना अब भी चुनौती बना हुआ है, जिससे निपटने के लिए उन्होंने डॉप्लर रडार और स्वचालित मौसम स्टेशनों के नेटवर्क के विस्तार पर जोर दिया.
तकनीक से बढ़ेगी भविष्यवाणी करने की क्षमता
रिजिजू ने कहा, शक्तिशाली कंप्यूटिंग प्रणाली की खरीद से मौसम विभाग को हाई-रेजॉल्यूशन वाले मॉडल को चलाने में मदद मिलेगी. जिससे उसकी भविष्य में छोटे पैमाने की सभी घटनाओं का पता लगाने और भविष्यवाणी करने की क्षमता बढ़ेगी. उन्होंने आगे कहा कि हमारे पास जितनी ज्यादा जांच-पड़ताल करने की क्षमता होगी, हमारी उतनी ही बेहतर पूर्वानुमान क्षमता होगी.