GFBN Story: अपूर्वा त्रिपाठी - विलुप्तप्राय दुर्लभ वनौषधियों के जनजातीय पारंपरिक ज्ञान, महिला सशक्तिकरण और हर्बल नवाचार की जीवंत मिसाल Prasuti Sahayata Yojana: श्रमिक महिलाओं को राज्य सरकार देगी 21,000 रुपए तक की आर्थिक मदद, जानें आवेदन प्रक्रिया! Seeds Subsidy: बीज खरीदने पर राज्य सरकार देगी 50% सब्सिडी, जानिए कैसे मिलेगा लाभ किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ Diggi Subsidy Scheme: किसानों को डिग्गी निर्माण पर मिलेगा 3,40,000 रुपये का अनुदान, जानें कैसे करें आवेदन फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 15 January, 2024 5:30 PM IST
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की 150वीं वर्षगांठ पर दिल्ली में समारोह का आयोजन.

IMD 150 Years: देश में मौसम की सभी जानकारी देने वाला भारत मौसम विज्ञान विभाग आज 150 साल का हो गया है. देश में मौसम विभाग की स्थापना 15 जनवरी 1875 में हुई थी. इसके चलते आज मौसम विभाग के देश के सभी कार्यालयों पर समारोह आयोजित किए गए. मुख्य समारोह दिल्ली में मौसम विज्ञान विभाग में हुआ, जहां उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और केंद्रीय विज्ञान मंत्री किरेन रिजिजू मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहे. इस दौरान अपने संबोधन में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि आज हम एक महत्वपूर्ण चौराहे पर खड़े हैं - भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के 150 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं, जो हमारे देश की वैज्ञानिक प्रगति के इतिहास में दर्ज सेवा की विरासत है.

सटीकता से लोगों तक पहुंच रही हर जानकारी

उन्होंने कहा कि जैसे ही हम इस मील के पत्थर, एक महत्वपूर्ण मील के पत्थर को याद करते हैं, हम एक नए युग में प्रवेश करते हैं - सहयोग और नवाचार का युग. आईएमडी हितधारकों और वैज्ञानिक संस्थानों के साथ मिलकर आगे बढ़ रहा है और यह नई ऊंचाइयों को छूने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि एक जमाना था, जब मौसम विभाग कहता था की आज बारिश होगी, लेकिन उन दिन ऐसा होता नहीं था. लेकिन, आज स्थिति पहले जैसी नहीं है. आज हर जानकारी हम तक सटीकता से पहुंचाई जा रही है और हमें अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है.

किसानों को मिलेगी पल-पल की मौसम अपडेट

उन्होंने कहा कि आप अंदाजा लगाइए, गांव का एक आदमी जब ट्रेन पकड़ता है, तो कहता है कि ट्रेन कितनी देरी से आ रही है. क्योंकि, देश के कई इलाकों में इन दिनों धूंध पड़ रही है. लेकिन, धुंध की सटीक जानकारी उसे मौसम विभाग से मिल जाएगी. मौसम की छोटी-छोटी जानकारी से वह अपनी फसलों की सुरक्षा भी कर सकता है. मैं इसलिए कहता हूं की खेती-किसानी को टेक्नोलॉजी से जोड़ा जाए, ताकि किसानों का फायदा हो सके. उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है की किसानों तक मौसम की पल-पल की जानकारी पहुंचाने के लिए आज IMD ने पंचायत मौसम सेवा, लॉन्च की है. इससे पंचायत स्तर पर किसानों को स्थानिय मौसम की पल-पल की अपडेट मिल पाएगी.

IMD ने हर किसी की जिंदगी को छुआ

उन्होंने कहा कि हमने एक लंबा सफर तय किया है. कृषि से लेकर स्वास्थ्य सेवा तक, विमानन से लेकर ऊर्जा तक, यह हमारे जीवन में मौजूद है और सकारात्मक रुख के साथ है. जमीन पर खेती करने वाले किसानों से लेकर सीमाओं की रक्षा करने वाले जवानों तक, आईएमडी एक महत्वपूर्ण सकारात्मक भूमिका निभाता है. उन्होंने कहा कि IMD ने किसान से लेकर जवान तक हर किसी की जिंदगी को छुआ. IMD ऐसे ही लोगों को अपनी महत्वपूर्ण सेवाएं प्रदान करता रहेगा.

IMD लगातार बढ़ रहा अपना नेटवर्क

वहीं, इस मौके पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि भारत का मकसद सभी छोटे पैमाने की मौसम घटनाओं का पता लगाना और भविष्यवाणी करना है. इसके लिए वह मौसम की जांच-पड़ताल करने वाले नेटवर्क का विस्तार कर रहा है और पहले से ज्यादा शक्तिशाली कंप्यूटिंग प्रणाली की खरीद कर रहा है. उन्होंने कहा कि मौसम और जलवायु परिवर्तन का असर अब पहले से कहीं ज्यादा स्पष्ट है. पहले की तुलना में बीते पांच वर्षों के दौरान पूर्वानुमान की सटीकता में चालीस फीसदी सुधार हुआ है. हालांकि, बादल फटने जैसी मौसम की घटनाओं की भविष्यवाणी करना अब भी चुनौती बना हुआ है, जिससे निपटने के लिए उन्होंने डॉप्लर रडार और स्वचालित मौसम स्टेशनों के नेटवर्क के विस्तार पर जोर दिया.

तकनीक से बढ़ेगी भविष्यवाणी करने की क्षमता

रिजिजू ने कहा, शक्तिशाली कंप्यूटिंग प्रणाली की खरीद से मौसम विभाग को हाई-रेजॉल्यूशन वाले मॉडल को चलाने में मदद मिलेगी. जिससे उसकी भविष्य में छोटे पैमाने की सभी घटनाओं का पता लगाने और भविष्यवाणी करने की क्षमता बढ़ेगी. उन्होंने आगे कहा कि हमारे पास जितनी ज्यादा जांच-पड़ताल करने की क्षमता होगी, हमारी उतनी ही बेहतर पूर्वानुमान क्षमता होगी.

English Summary: Agriculture Ministry could not spend the budget of the last five years surrendered an amount of more than one lakh crore to government
Published on: 15 January 2024, 05:38 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now