वर्तमान समय में खेती में रासायनिक उर्वरकों, खाद, बीज,एवं कीटनाशकों के बढ़ते उपयोग के कारण भूमि एवं वातावरण में हानिकारक तत्वों की मात्रा में बढ़ोतरी हो रही है. जिसके कारण पर्यावरण, मृदा उर्वरता, तथा लोगों के स्वास्थ्य पर काफी बुरा प्रभाव हो रहा है. छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री भूपेश बघेल ने कृषि विभाग द्वारा राज्य में रासायनिक उर्वरकों, बीज एवं कीटनाशकों की गुणवत्ता की जाँच के लिए एक विशेष अभियान जारी किया है. जानते हैं इस अभियान के बारे में.
राज्य में नमूने अमानक पाए गए हैं (Samples Have Been Found To Be Non-Standard in The State)
कृषि विभाग द्वारा राज्य में रासायनिक उर्वरकों, बीज एवं कीटनाशकों की गुणवत्ता की जाँच के लिए एक विशेष अभियान प्रारंभ किया है. जिसमें कृषि विभाग के द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में सभी नमूनों का विश्लेषण किया जा चुका है जो निम्न प्रकार हैं.-
खरीफ सीजन 2021 में बीज के अब तक 2234 नमूनों का विश्लेषण किया जा चुका है, जिसमें 2195 नमूनें मानक पाए गये हैं एवं 39 नमूनें अमानक पाए गये हैं.
रासायनिक उर्वरकों की गुणवत्ता में 2211 नमूनों का सैंपल लिया गया है, जिसमें 1977 नमूनों का विश्लेषण किया जा चुका है एवं 234 नमूनों की जांच जारी है.
कीटनाशक औषधि में 163 सैंपल को विभिन्न फार्मों से लेकर जाँच की गयी है जिसमें 67 विश्लेषित नमूनों में से एक नमूना अमानक पाया गया है.
कृषि विभाग ने जारी किया नोटिस (Agriculture Department Issued Notice)
कृषि विभाग द्वारा राज्य में पाए गए अमानक रासायनिक उर्वरक, खाद, एवं बीज के लाट पर तत्काल प्रतिबंध लगाने के लिए नोटिस जारी किया गया है. जिला स्तरीय अधिकारी अपने-अपने इलाकों में लगातार दबिश देकर बीज, खाद और कीटनाशक औषधियों के सैम्पल ले रहे हैं, जिसकी जांच गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला में चल रही है.
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