Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 2 January, 2024 12:08 PM IST
प्याज के निर्यात पर लगी रोक हटा सकती है केंद्र सरकार.

Onion Price: प्याज के निर्यात पर लगाए गए प्रतिबंध को केंद्र सरकार बहुत जल्द हटा सकती है. ऐसा इसलिए, क्योंकि केंद्र सरकार के दखल के बाद प्याज की कीमतों में भारी गिरावट आई है. सरकार के हस्तक्षेप के चलते एक महीने में प्याज की खुदरा कीमतों में 30 से 35 फीसदी तक की गिरावट आई है. जिससे प्याज के दाम पहले के मुकाबले काफी कम हो गए हैं. जानकारों की मानें तो सरकार आने वाले दिनों में क्रमबद्ध तरीके से निर्यात पर लगाए गए प्रतिबंधन को हटाने पर विचार कर सकती है.

अधिकारियों का कहना है कि कीमतों में गिरावट के रुझान और ग्रीष्मकालीन फसल की कम शेल्फ लाइफ को ध्यान में रखते हुए, सरकार जल्द निर्यात प्रतिबंध हटाने के विकल्प पर विचार कर सकती है. टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, प्याज व्यापार से जुड़े सूत्रों ने कहा है कि उन्हें सरकारी पदाधिकारियों द्वारा सूचित किया गया है कि केंद्र सरकारी सहकारी समितियों द्वारा निर्यात को जल्द अनुमति दे सकती है.

25 हजार टन प्याज की हुई खरीद 

मुंबई एपीएमसी के निदेशक जयदत्त होल्कर ने टीओआई को बताया, "सरकार के पास कोटा प्रणाली नहीं होनी चाहिए. अन्य वस्तुओं की तरह प्याज के निर्यात के लिए भी उनके पास एक खुली नीति होनी चाहिए. हम अधिसूचना का इंतजार कर रहे हैं." बता दें कि केंद्रीय एजेंसियां अब तक किसानों से लगभग 25 हजार टन खरीफ प्याज की खरीद कर चुकी है और इनका एक साथ निपटान भी किया गया है. अधिकारियों ने कहा कि निर्यात पर प्रतिबंध और बाजार में हस्तक्षेप से वांछित परिणाम आया है, क्योंकि औसत खुदरा कीमतें एक महीने पहले के 59 रुपये की तुलना में इस सप्ताह गिरकर 39 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई हैं. इसी तरह, पिछले एक महीने में औसत थोक कीमतें भी 4,885 रुपये प्रति क्विंटल से गिरकर 3,137 रुपये हो गई हैं.

केंद्रीय एजेंसियों को हस्तक्षेप जारी रखने के आदेश 

वहीं, व्यापारियों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों में ताजा खरीफ प्याज की आवक बढ़कर 15 हजार क्विंटल प्रति दिन हो गई है और इसका तेजी से उपयोग करने की जरूरत है. कुछ मात्रा में निर्यात एक अच्छा प्रस्ताव होगा क्योंकि अब उपलब्धता बढ़ गई है. बांग्लादेश, मलेशिया और नेपाल भारतीय प्याज के मुख्य आयातक हैं. कैलिब्रेटेड निर्यात की अनुमति देने से कीमतों में और गिरावट नहीं होगी और किसानों को अच्छा पारिश्रमिक मिलेगा. इस बीच, सरकार ने कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए केंद्रीय एजेंसियां को हस्तक्षेप जारी रखने को कहा है. 

English Summary: after the intervention of the centre onion prices fell experts said government can lift the ban on export
Published on: 02 January 2024, 12:09 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now